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COVAXIN बनाने वाली कंपनी भारत बायोटेक गुजरात के अंकलेश्वर में अपनी सब्सिडियरी CHIRON BEHRING Vaccines के प्लांट में करेगी अतिरिक्त वैक्सीन का उत्पादन
देश में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान जारी है. इस बीच देश के तमाम राज्यों में वैक्सीन की किल्लत भी देखी जा रही है. भारत बायोटेक ने गुरुवार को अपनी कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन (COVAXIN) के उत्पादन को बढ़ाने का एलान किया है. कंपनी की योजना साल में 200 मिलियन यानी 20 करोड़ डोज का उत्पादन करने की है. यह उत्पादन कंपनी 2021 की चौथी तिमाही से शुरू करेगी.
गुजरात के अंकलेश्वर में होगा उत्पादन
कंपनी द्वारा जारी बयान के मुताबिक, कंपनी की योजना कोवैक्सीन के 200 मिलियन यानी 20 करोड़ डोज प्रति साल GMP सुविधाओं में उत्पादन करने की है, जो पहले से वैक्सीन के उत्पादन के लिए संचालन में हैं. कंपनी ने बयान में बताया कि वह इन अतिरिक्त वैक्सीन का उत्पादन गुजरात के अंकलेश्वर में अपनी सब्सिडियरी CHIRON BEHRING Vaccines के प्लांट में करेगी.
बता दें कि नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को कहा था कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल इंडिया (DCGI) द्वारा कोवैक्सीन को 2 से 18 साल की उम्र के लोगों में फेज II/III के क्लीनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी दे दी गई है. यह ट्रायल अगले 10 से 12 दिनों में शुरू हो जाएगा.
इससे पहले भारत बायोटेक ने रविवार को कहा था कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) को भारत और ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस स्ट्रेन के खिलाफ कारगर पाया गया है. मेडिकल जरनल क्लीनिकल इंफेक्शियस डिसीसिज में छपी पब्लिश का हवाला देते हुए, हैदराबाद में आधारित वैक्सीन की बड़ी कंपनी ने कहा कि कोवैक्सीन के साथ टीकाकरण से सभी सामने आ रहे नए वेरिएंट के खिलाफ काम करती है, जिसमें B.1.617 और B.1.1.7 शामिल हैं, जिन्हें सबसे पहले क्रमश: भारत और ब्रिटेन में पहचाना गया था.