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नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल इंडिया (DCGI) द्वारा कोवैक्सीन को 2 से 18 साल की उम्र के लोगों में फेज II/III के क्लीनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी दे दी गई है.
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने कहा कि ड्रग्स कंट्रोलर जनरल इंडिया (DCGI) द्वारा कोवैक्सीन को 2 से 18 साल की उम्र के लोगों में फेज II/III के क्लीनिकल ट्रायल के लिए मंजूरी दे दी गई है. यह ट्रायल अगले 10 से 12 दिनों में शुरू हो जाएगा.
COVAXIN has been approved by the Drugs Controller General of India (DCGI), for Phase II/III clinical trials in the age group of 2 to 18 years. I have been told that trials will begin in the next 10-12 days: Dr. VK Paul, Member-Health, Niti Aayog #COVID19pic.twitter.com/T0ITsJsixA
— ANI (@ANI) May 18, 2021
उन्होंने DRDO द्वारा विकसित एंटी कोविड ड्रग 2DG पर बताया कि वे ड्रग का कोविड-19 नेशनल टास्क फोर्स में परीक्षण करेंगे, जिसमें इसे इलाज के प्रोटोकॉल में शामिल करने को लेकर फैसला किया जाएगा. ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने इसे इमरजेंसी इस्तेमाल में मंजूरी दी है.
सिंगापुर में मिले वेरिएंट पर सरकार ने क्या कहा ?
वहीं, सिंगापुर में मिले वेरिएंट पर डॉ वीके पॉल ने कहा कि वे उस विशेष वेरिएंट की रिपोर्ट का परीक्षण कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बच्चों के बीच कोविड-19 के मामले में, यह बात दोबारा भरोसा दिलाने वाली है कि उन्हें गंभीर संक्रमण नहीं मिलता है. वे इस पर नजर रख रहे हैं.
इसे पहले भारत बायोटेक ने रविवार को कहा कि उसकी कोविड-19 वैक्सीन कोवैक्सीन (Covaxin) को भारत और ब्रिटेन में मिले कोरोना वायरस स्ट्रेन के खिलाफ कारगर पाया गया है. मेडिकल जरनल क्लीनिकल इंफेक्शियस डिसीसिज में छपी पब्लिश का हवाला देते हुए, हैदराबाद में आधारित वैक्सीन की बड़ी कंपनी ने कहा कि कोवैक्सीन के साथ टीकाकरण से सभी सामने आ रहे नए वेरिएंट के खिलाफ काम करती है, जिसमें B.1.617 और B.1.1.7 शामिल हैं, जिन्हें सबसे पहले क्रमश: भारत और ब्रिटेन में पहचाना गया था.