/financial-express-hindi/media/post_banners/qK3Qng4dedmbfaCliI8Q.jpg)
AIIMS के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने उम्मीद जताई कि भारतीय वैक्सीन को इस महीने के आखिर या अलगे महीने की शुरुआत तक इमरजेंसी में इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल जाएगी.
Covid-19 Vaccine Update: AIIMS के डायरेक्टर डॉ. रणदीप गुलेरिया ने गुरुवार को उम्मीद जताई कि भारतीय COVID19 वैक्सीन को इस महीने के आखिर या अगले महीने की शुरुआत तक इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल जाएगी. उन्होंने कहा कि टेस्ट की जा रही पांच में से कम से कम एक वैक्सीन को इस महीने के आखिर या अगले महीने की शुरुआत में, ड्रग नियामक से इमरजेंसी यूज ऑथराइजेशन मिल जाना चाहिए. गुलेरिया ने भारत में क्लीनिकल ट्रायल की एडवांस्ड स्टेज में मौजूद पांच वैक्सीन पर अपनी उम्मीद रखी है. उन्होंने कहा कि ये शहरी और ग्रामीण दोनों इलाकों में लॉजिस्टिक्स की नजर से वितरण के लिए मुमकिन रहेंगी.
उन्होंने यह बात ऐसे समय में कही है, जब Pfizer-BioNTech की कोरोना वायरस वैक्सीन को ब्रिटेन में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है. इससे कोरोना वायरस के खिलाफ बड़े स्तर पर टीकाकरण अगले हफ्ते से शुरू हो सकेगा.
Pfizer की वैक्सीन को भारत में स्टोर करना बड़ी चुनौती
सूत्रों के मुताबिक, ग्लोबल फार्मा कंपनी Pfizer की अगस्त के आखिर में भारत सरकार के साथ बातचीत हुई थी. लेकिन उस समय के बाद इस मामले में कोई आगे खबर नहीं है. पिछले महीने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ वी के पॉल, जो वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन पर नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप के प्रमुख हैं, उन्होंने कहा था कि Pfizer वैक्सीन की भारतीय आबादी की जरूरत के लिए पर्याप्त डोज उपलब्ध नहीं है लेकिन सरकार सभी संभावनाओं को देख रही है और अगर वैक्सीन को रेगुलेटरी मंजूरी मिलती है, तो उसकी खरीद और वितरण के लिए रणनीति पर काम किया जाएगा.
Budget 2021: आपके पास है कोई आइडिया या सुझाव, सरकार के पास भेजने का अभी भी मौका; ये है तरीका
गुलेरिया ने कहा कि Pfizer द्वारा विकसित कोविड-19 वैक्सीन को स्टोर करने के लिए -70 डिग्री सेल्सियस के बेहद कम तापमान की जरूरत होती है, जो भारत जैसे विकासशील देश में डिलीवरी के लिए बड़ी चुनौती है. उन्होंने बताया कि यह खासकर छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में चुनौती होगी, जहां ऐसी कोल्ड चैन सुविधाओं का रखरखाव करना बहुत मुश्किल है.
(Input: PTI)