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स्कूलों पर क्वारंटीन रूम की व्यवस्था करनी होगी तो टीचर्स को हर रोज स्टूडेंट्स से उनके व परिवार के सदस्यों में कोरोना से जुड़े लक्षणों की जानकारी लेनी होगी.
Covid Guidelines for Delhi Schools: कोरोना संक्रमण एक बार फिर तेजी से बढ़ने लगा है. बीते 24 घंटों में कोरोना संक्रमण के 2451 नए मामले आए हैं और 56 मरीजों की मौत हुई है. वहीं दिल्ली हॉट स्पॉट बन गई है और एक दिन में 965 नए मामले सामने आए हैं. स्कूलों में कोरोना का इंफेक्शन फैलने से रोकने के मकसद से दिल्ली सरकार ने आज स्कूलों के लिए स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (एसओपी) जारी किए हैं. इसके तहत स्कूलों पर क्वारंटीन रूम की व्यवस्था करनी होगी और टीचर्स को हर रोज बच्चों से उनके और उनके परिवार के लोगों की सेहत का हाल पूछकर कोरोना जैसे लक्षणों पर नजर रखनी होगी.
राजधानी में कोरोना केसेज बढ़ने के चलते दिल्ली सरकार दो दिन पहले ही सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना जरूरी कर चुकी है. ऐसा ना करने वालों से 500 रुपये जुर्माना वसूलने का नियम भी फिर से लागू हो गया है. सरकार ये तमाम उपाय कोरोना के इंफेक्शन को फैलने से रोकने के लिए कर रही है.
Delhi government issues Standard Operating Procedure to prevent the spread of COVID19 in schools
— ANI (@ANI) April 22, 2022
SOPs to be followed- Quarantine room to be available at schools; Teachers will daily ask the students about Covid related symptoms in students and their family members pic.twitter.com/cToYRADhY3
ये हैं दिल्ली सरकार की गाइडलाइंस
- स्कूल को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी एलिजिबिल स्टूडेंट्स, टीचिंग व नॉन-टीचिंग स्टाफ और सपोर्ट स्टाफ का वैक्सीनेशन हुआ हो. इसे प्रॉयोरिटी देना होगा. सभी को मास्क पहनना होगा.
- स्कूल का नियमित तौर पर सैनिटाइज किया जाए और थर्मल स्कैनर, डिसइंफेक्ट्स, सैनिटाइजर्स, साबुन, मास्क और सभी वॉशरूम में पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए.
- एक स्थान पर अधिक संख्या में लोग न जुट सकें, यह सुनिश्चित करना होगा.
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- अगर किसी स्टूडेंट या स्टॉफ में सर्दी, खांसी, बुखार, सरदर्द, स्वाद या गंध का पता न चलने जैसे लक्षण दिखाई दें तो उन्हें आइसोलेट किया जाए. शिक्षकों को निर्देश दिया गया है कि अगर किसी स्टूडेंट में कोरोना से जुड़े लक्षण दिखाई देते हैं तो इसकी सूचना स्कूल के प्रमुख को देनी होगी.
- टीचर्स हर दिन सुबह अटेंडेंस के समय बच्चों से उनके और उनके परिवार के लोगों की सेहत का हाल पूछेंगे और कोरोना से जुड़े लक्षणों की मौजूदगी पर नजर रखेंगे.
- किसी भी आपात स्थिति के लिए स्कूल को अपने यहां क्वारंटीन रूम की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी.
- रूटीन गेस्ट विजिट को जहां तक संभव हो, रोकने की हिदायत भी स्कूलों को दी गई है. बेहद जरूरी होने पर पेरेंट्स को स्कूल में आने की इजाजत दी जा सकती है, लेकिन इस दौरान उन्हें कोविड से बचाव के लिए सभी जरूरी सावधानियां बरतनी होंगी.