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एक बार फिर लोगों में कोरोना को लेकर डर का माहौल बन रहा है. (फोटो-इंडियन एक्सप्रेस)
Coronavirus Symptoms in Children: कोरोना महामारी की तीसरी लहर खत्म होने के बाद बच्चों के स्कूल खुल गए हैं, लेकिन इसके साथ ही हाल ही में बच्चों और टीचर्स में कोरोना के कई मामले सामने आए हैं. कुछ दिनों पहले ही दिल्ली से सटे नोएडा और गाजियाबाद के तीन स्कूलों में बच्चों और टीचर्स में कोरोना के मामले मिले हैं. नोएडा के एक स्कूल में 13 बच्चे और 3 टीचर कोरोनो पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि गाजियाबाद के दो अलग-अलग स्कूलों में कुल तीन बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की खबर है. वहीं, आज की एक खबर के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में बच्चों में कोविड-19 के दस पॉजिटिव मामले मिले हैं. इस तरह, इस सप्ताह 20 से ज्यादा बच्चों के कोरोना संक्रमित होने की खबर है.
कोरोना के नए मामले कम होने के बाद स्कूलों को खोलने का फैसला लिया गया था, लेकिन कोरोना अब भी हमारे बीच है, इसलिए सावधानी बरतने की जरूरत है. कई देशों में चौथी लहर ने भी दस्तक दे दी है और वहां कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. अगर आपके घर से भी बच्चे स्कूल जा रहे हैं तो आपको इस समय अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है. अगर आपको बच्चे में कोरोना के लक्षण नज़र आते हैं, तो उन्हें स्कूल बिल्कुन न भेजें.
संक्रमित बच्चों में दिख सकते हैं ये लक्षण
SARs-COV-2 वायरस से संक्रमित बच्चों में कोविड के लक्षण दिख भी सकते हैं और नहीं भी. कोरोना के सामान्य लक्षणों के तौर पर उनमें बुखार, लगातार खांसी देखने को मिल सकता है. कोरोना से संक्रमित बच्चों में ये लक्षण नज़र आ सकते हैं – बुखार, लगातार खांसी, सीने में दर्द, गंध और स्वाद की कमी, गले में खराश, मांसपेशियों में दर्द या सिर दर्द. ये सभी बच्चों में COVID के कुछ सबसे आम लक्षण हैं.
MIS-C क्या है
अधिक गंभीर मामलों में, कोरोना वायरस से संक्रमित बच्चों में एक मल्टीसिस्टम इंफ्लेमेटरी सिंड्रोम (MIS-C) दिखाई दे सकता है. इसमें हृदय, फेफड़े, रक्त वाहिकाओं, गुर्दे, पाचन तंत्र, मस्तिष्क, त्वचा या आंखों सहित कुछ अंगों और ऊतकों में सूजन आ सकता है. इसमें संक्रमित व्यक्ति को 24 घंटे या उससे अधिक समय तक बुखार भी हो सकता है. इसमें उल्टी, दस्त, पेट दर्द, त्वचा पर लाल चकत्ते, थकान, तेजी से सांस लेने, लाल आंखें, लाल या सूजी हुई जीभ के लक्षण भी दिख सकते हैं.
कोरोना से बचने के लिए करें ये उपाय
बच्चों को अभी तक कोरोना रोधी टीका नहीं लगाया गया है, इसलिए कोविड एप्रोप्रियेट बिहैवियर का पालन करना जरूरी है, जैसे- मास्क पहनना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना, साफ-सफाई पर ध्यान देना आदि. साथ ही, घर के बड़े लोगों को भी सावधानी बरतनी चाहिए, ताकि वे वायरस को घर लेकर न आएं.
लक्षण दिखने पर बच्चों को न भेजें स्कूल
अगर आपका बच्चे में सर्दी या गैस्ट्रोनॉमिकल डिसऑर्डर जैसे लक्षण दिखाते हैं, तो आपको उसे स्कूल भेजने से बचना चाहिए. यह कोविड या कुछ अन्य रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस (RSV) हो सकता है. बच्चे के लिए इसका सामना करना मुश्किल हो सकता है और यह अन्य लोगों में भी फैल सकता है, इसलिए सावधानी बरतना जरूरी है.
(Disclaimer: ये सलाह और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं. इन्हें चिकित्सा सलाह के रूप में न लें. कोई भी सवाल या परेशानी होने पर हमेशा अपने डॉक्टर की सलाह लें.)