/financial-express-hindi/media/post_banners/qgrWmOWXd3jC5MjlB2ZF.jpg)
"Furthermore, more than 94,66,420 vaccine doses are in the pipeline and will be received by the states and UTs within the next 3 days," the ministry said.
देश में कोविड-19 की तीसरी लहर आने में अभी देर है. ICMR की रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना की तीसरी लहर दिसंबर तक आ सकती है. केंद्र के कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के डॉ. एन के अरोरा ने कहा अभी हमारे पास सभी को टीका लगाने के लिए छह से आठ महीने का समय है.
कोरोना के नए वैरिएंट्स से तीसरी लहर की आशंका
उन्होंने कहा कि कोविड-19 डेल्टा प्लस वैरिएंट ने इसे लेकर नई चिंता पैदा कर दी है. कोरोना की लहरों को नए वैरिएंट्स और नए म्यूटेशन से जोड़ा जा रहा है. डेल्टा प्लस नया वैरिएंट है. लेकिन इसके जरिये तीसरी लहर की आशंका भी बनी रहेगी. हालांकि यह लहर दो से तीन चीजों पर निर्भर करेगी. डेल्टा प्लस वैरिएंट के सामने आने के साथ ही कोविड-19 की तीसरी लहर का जोखिम भी लगातार बढ़ता जा रहा है. लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसे टाला जा सकता है. जिन देशों में आबादी के 20 फीसदी हिस्से का टीकाकरण हो चुका है वहां तीसरी लहर नहीं पहुंच सकी है. ICMR और इंपीरियल कॉलेज लंदन के वैज्ञानिकों की एक मॉडलिंग स्टडी में कहा गया है कि अगर तीसरी लहर आई भी तो यह दूसरी लहर जैसी घातक नहीं होगा.
टीकाकरण को तेज कर तीसरी लहर को टाला जा सकता है
स्टडी में कहा गया है कि टीकाकरण में तेजी से भविष्य की लहरों को रोका या टाला जा सकता है. केंद्र सरकार ने शुक्रवार को बताया कि देश में कोविड-19 ( Covid-19) के डेल्टा प्लस वैरिएंट ( Delta Plus variant) के 50 केस सामने आए हैं. ये केस 11 राज्यों में मिले हैं. सबसे ज्यादा केस महाराष्ट्र में हैं . ICMR के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस 12 अन्य देशों में भी मिले हैं. डॉ. भार्गव के मुताबिक महाराष्ट्र में डेल्टा प्लस वैरिएंट के 20 केस हैं. तमिलनाडु में 9 केस मिले हैं, मध्य प्रदेश में 7, केरल में तीन और आंध्र प्रदेश, ओडिशा, राजस्थान और कर्नाटक में डेल्टा प्लस वैरिएंट का एक-एक मामला मिला है.