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महाराष्ट्र में वैक्सीन तो मध्य प्रदेश व गुजरात में रेम्डेसिविर इंजेक्शन व ऑक्सीजन की किल्लत होने लगी है.
Covid Vaccine Shortage: भारत में दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन कार्यक्रम चल रहा है और कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में यह निर्णायक हथियार है. हालांकि अब इसकी शॉर्टेज होने लगी है. इसके चलते महाराष्ट्र के पनवेल में सभी सरकारी और निजी केंद्रों पर वैक्सीनेशन को आज 8 अप्रैल को अस्थाई तौर पर रोक दिया गया है. पनवेल म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन के मुताबिक एक बार वैक्सीन स्टॉक मिल जाएगा तो केंद्रों को फिर से खोल दिया जाएगा और वैक्सीनेशन फिर शुरू होगा. वहीं दूसरी तरफ इलाज के लिए जरूरी रेम्डेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत भी शुरू होनी शुरू हो गई है. मध्य प्रदेश और गुजरात में इसकी शॉर्टेज के चलते दिक्कतें शुरू हो गई हैं. गुजरात के अहमदाबाद में इसके लिए लंबी लाइनें लगी हैं. पुणे के मेयर एम मोहोल ने कहा कि अगर कोरोना के नए केसेज लगातार आते रहेंगे तो वेंटिलेंटर बेड्स की कमी आ सकती है. उन्होंने जानकारी दी कि महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे और केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर को पत्र लिख उन राज्यों से वेंटिलेटर बेड ट्रांसफर करने का अनुरोध किया है, जहां कोरोना केसेज कंट्रोल में हैं.
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे का कहना है कि केंद्र सरकार महाराष्ट्र के साथ भेदभाव कर रही है और महाराष्ट्र की जनसंख्या गुजरात से लगभग दोगुनी है, इसके बावजूद गुजरात को अब तक 1 करोड़ वैक्सीन और महाराष्ट्र को 1.04 लाख वैक्सीन डोज दी गई हैं.
मध्य प्रदेश और गुजरात में रेम्डेसिविर और ऑक्सीजन की किल्लत
कोरोना के इलाज में रेम्डेसिविर के इंजेक्शन लगाए जाते हैं और गंभीर मरीजों को ऑक्सीजन देने की जरूरत पड़ती है. कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के चलते गुजरात और महाराष्ट्र में इसकी डिमांड तेजी से बढ़ी है. इंदौर के डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर के मुताबिक महाराष्ट्र में इसकी मैनुफैक्चरिंग होती है और उन्होंने सप्लाई रोक दिया है. इसके अलावा ऑक्सीजन की भी सप्लाई रुकने के चलते इसकी किल्लत हो रही है. गुजरात की बात करें तो रेम्डेसिविर इंजेक्शन की कितनी किल्लत है, इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि गुजरात के अहमदाबाद में एक निजी अस्पताल के सामने लोगों की लंबी लाइन लग रही है. महाराष्ट्र में रेम्डिसिविर की अधिकतम कीमत 1100-1400 रुपये तय किया गया है.
महाराष्ट्र के बाद दिल्ली की भी वयस्कों के लिए वैक्सीनेशन की मांग
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में अगले 4-5 दिनों के लिए वैक्सीन उपलब्ध है. एक दिन पहले केंद्र सरकार ने वैक्सीन की सप्लाई की थी. दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि राज्य में वैक्सीनेशन कार्यक्रम सुचारू तरीके से चल रहा है और अगले 4-5 दिनों के लिए राज्य के पास वैक्सीन उपलब्ध है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार से अतिरिक्त वैक्सीन की मांग की है. जैन ने जानकारी दी कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी वयस्कों के लिए वैक्सीनेशन को मंजूरी देने की मांग की है. इसके अलावा दिल्ली सरकार ने हेल्थकेयर फैसिलिटीज के अतिरिक्त भी कैंप में वैक्सीनेशन किए जाने को मंजूरी दिए जाने का अनुरोध किया है. इससे पहले महाराष्ट्र ने भी केंद्र से वयस्कों को वैक्सीनेशन कार्यक्रम में शामिल करने का अनुरोध किया है.