/financial-express-hindi/media/post_banners/NsHqJuzPAlk3wmnq7GSq.jpg)
Image: Reuters
COVID19 Vaccination in India: भारत में दो कोविड19 वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है. इनमें से एक भारत बायोटेक की कोवैक्सीन और दूसरी ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोविशील्ड है. इस मंजूरी के मिलने के बाद देश में जल्द ही कोविड19 वैक्सीनेशन बड़े पैमाने पर शुरू होगा. इस वैक्सीनेशन को लेकर लोगों के मन में उठ रहे सवालों को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिसंबर में कुछ सवाल जवाबों की सूची जारी की थी. इसमें आम जनता को ध्यान में रखकर 21 सवाल और उनके जवाब तैयार किए गए थे. आइए जानते हैं उनमें से कुछ अहम सवालों के जवाब...
क्या कोविड19 वैक्सीन लेना अनिवार्य है?
कोविड19 के लिए वैक्सीनेशन स्वैच्छिक है. लेकिन सलाह दी जाती है कि खुद को महामारी से बचाने के लिए कोविड19 वैक्सीन को लगवाएं और इसका शेड्यूल पूरा करें. ऐसा करने से आप महामारी को अपने करीबियों जैसे परिवार के सदस्य, दोस्त, रिश्तेदार, सहकर्मी आदि में फैलने से रोकने में योगदान कर सकेंगे.
क्या ऐसे व्यक्ति को भी वैक्सीन लगवानी चाहिए, जिसे अभी कोविड19 हो रखा है (कन्फर्म या सस्पेक्ट)?
जो लोग कोविड19 से संक्रमित हैं या फिर उनके संक्रमित होने का संदेह है, उनसे वैक्सीनेशन वाली जगह पर महामारी के फैलने का खतरा बढ़ सकता है. इस कारण से संक्रमित लोगों को लक्षण खत्म होने के बाद 14 दिन तक वैक्सीन लेने से बचना चाहिए.
क्या कोविड से रिकवर हो चुके व्यक्ति के लिए भी वैक्सीन लेना जरूरी है?
हां, सलाह दी जाती है कि कोविड से संक्रमित होकर रिकवर हो चुके लोगों को भी वैक्सीनेशन का पूरा शेड्यूल फॉलो करना चाहिए. इससे महामारी के खिलाफ मजबूत इम्यून रिस्पॉन्स विकसित होने में मदद मिलेगी.
वैक्सीन की कितनी डोज लेनी हैं और कितने अंतराल पर?
एक वैक्सीनेशन शेड्यूल में एक व्यक्ति को वैक्सीन की दो डोज लेनी हैं, जिनमें 28 दिन का अंतराल होगा.
एंटीबॉडी कब विकसित होंगे? पहली डोज के बाद, दूसरी डोज के बाद या और बाद में?
एंटीबॉडीज के प्रोटेक्टिव लेवल्स आम तौर पर कोविड19 वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के दो सप्ताह बाद विकसित होते हैं.
COVID19 वैक्सिनेशन के लिए कैसे होगा रजिस्ट्रेशन और किन डॉक्युमेंट की पड़ेगी जरूरत
उपलब्ध कई वैक्सीन में से एक या एक से अधिक वैक्सीन का चुनाव कैसे किया जाए?
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वैक्सीनेशन के पूरे शेड्यूल को केवल एक तरह की कोविड19 वैक्सीन से पूरा किया जाए क्योंकि एक ही शेड्यूल में अलग-अलग वैक्सीन नहीं दी जा सकती हैं. यानी विभिन्न वैक्सीन इंटरचेंजेबल नहीं हैं.
वैक्सीन कैंडिडेट्स को लाइसेंस देने से पहले उनके क्लीनिकल ट्रायल्स के सेफ्टी और प्रभावशीलता डेटा को देश के दवा नियामक द्वारा जांचा गया है. इसलिए जिन कोविड19 वैक्सीन्स को मंजूरी मिली है, वे सुरक्षित व कारगर हैं.
क्या भारत में पेश की गई वैक्सीन उतनी ही प्रभावी होगी, जितनी कि अन्य देशों में पेश की गई वैक्सीन?
हां. भारत में पेश की गई कोविड19 वैक्सीन उतनी ही प्रभावी होगी, जितनी कि अन्य देशों द्वारा विकसित की गई कोई वैक्सीन. वैक्सीन के सुरक्षित और प्रभावी होने को सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न चरणों के ट्रायल्स किए गए हैं.
क्या वैक्सीन लगवा चुके लाभार्थियों को टीकाकरण पूरा होने के बाद इसके स्टेटस को लेकर सूचित किया जाएगा?
हां. कोविड19 वैक्सीन की तय डोज प्राप्त करने के बाद लाभार्थी को रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एसएमएस प्राप्त होगा. सभी डोज मिलने के बाद उन्हें क्यूआर कोड बेस्ड सर्टिफिकेट रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजा जाएगा.
क्या कोई ऐसे एहतियाती उपाय या सावधानियां हैं, जिन्हें वैक्सिनेशन वाली जगह पर फॉलो करना है?
अपील की जाती है कि टीकाकरण सेंटर पर कोविड19 वैक्सीन लेने के बाद कम से कम आधा घंटा आराम करें. अगर कोई असहजता या बेचैनी महसूस हो तो निकटतम हेल्थ अथॉरिटीज/एएनएम/आशा को सूचित करें. मास्क लगाए रखना, हाथ सैनिटाइज करना और सोशल डिस्टेंसिग जैसे एहतियाती उपाय करना न भूलें.
क्या वैक्सीन लगवाने के बाद भी एहतियाती उपाय करना जरूरी है, जैसे मास्क पहनना, हैंड सैनिटाइजेशन, सोशल डिस्टेंसिंग?
कोविड19 वैक्सीन लेने के बाद भी हमें सभी एहतियात बरतनी हैं जैसे मास्क पहनना, हाथ सैनिटाइज करना, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखना आदि. इन्हें वैक्सिनेशन सेंटर्स के साथ-साथ अन्य सभी जगहों पर भी फॉलो करना जरूरी है.
कोविड19 वैक्सीन के संभावित साइड इफेक्ट क्या हो सकते हैं?
कोविड19 वैक्सीन लगने के बाद कुछ लोगों में हल्का बुखार, इंजेक्शन लगने वाली जगह पर दर्द और एलर्जी जैसे कुछ साइड इफेक्ट दिख सकते हैं, जो कि आम हैं और हर वैक्सीन के साथ रहते हैं. राज्यों को कोविड19 वैक्सीन से संबंधित किसी भी साइड इफेक्ट से निपटने के लिए इंतजामात करने को कहा जा चुका है. यह भी नागरिकों को सुरक्षित वैक्सीन डिलीवरी की दिशा के उपायों में से एक है.
बता दें कि रविवार को देश में दो कोविड वैक्सीन्स को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी मिलने के बाद DCGI वीजी सोमानी ने भी कहा था कि हम ऐसी किसी भी चीज को कभी भी मंजूरी नहीं देंगे, जिसके सुरक्षित होने को लेकर थोड़ी सी भी चिंता हो. दोनों वैक्सीन 110 फीसदी सुरक्षित हैं. हल्का बुखार, दर्द और एलर्जी जैसे कुछ साइड इफेक्ट हैं, जो कि आम हैं और हर वैक्सीन के साथ रहते हैं.