/financial-express-hindi/media/post_banners/Lpc1ZuXIkReEmP3JfjTl.jpg)
दिल्ली के एम्स में सबसे पहले वैक्सीन की डोज सफाईकर्मी मनीष कुमार को दी गई.
Covid19 Vaccination Process: आज 16 जनवरी से दुनिया का सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम शुरू हो गया. टीकाकरण के लिए एक खास प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है यानी कि को-विन पर रजिस्टर्ड लोगों को एसएमएस के जरिए वैक्सीन लगाने के लिए बुलाया जाएगा और वैक्सीन लगाने के बाद आधे घंटे तक उन्हें सेंटर पर रोककर उन पर नजर रखी जाएगी. इसके बाद उन्हें दूसरे डोज के लिए एसएमएस के जरिए सूचित किया जाएगा. कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम के तहत पहले दिन आज 3 करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों को वैक्सीन के टीके लगाए गए. दूसरे चरण में 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन के टीके दिए जाएंगे. दूसरे चरण में 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 50 वर्ष से कम उम्र के उन लोगों को जिन्हें संक्रमण का अधिक खतरा है, उन्हें टीका लगाया जाएगा.
केंद्र सरकार ने इस कार्यक्रम के लिए एस्ट्राजेनेका और ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित किए गए और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा उत्पादित किए गए कोविशील्ड वैक्सीन के साथ भारत बॉयोटेक की कोवैक्सीन को मंजूरी दी है. केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट को 1.10 करोड़ डोज के लिए ऑर्डर किया है और भारत बॉयोटेक को 55 लाख डोज के लिए.
इस तरह होगा वैक्सीनेशन
- टीकाकरण के लिए को-विन सिस्टम पर रजिस्टर्ड होना आवश्यक है.
- लाभार्थी को अपने पंजीकृत नंबर पर एसएमएस प्राप्त होगा.
- टीकाकरण स्थल पर टीकाकरण अधिकारी-1 (पुलिस/एनसीसी/एनवाईके, आदि) द्वारा पंजीकरण की जांच और
- लाभार्थी के फोटो आईडी का सत्यापन किया जाएगा.
- टीकाकरण अधिकारी नंबर-2 को-विन से दस्तावेजों को प्रमाणित करेंगे.
- टीककरण अधिकारी द्वारा लाभार्थी को वैक्सीन दिया जाएगा.
- टीकाकरण के बाद सभी लाभार्थियों को ऑब्जर्बेशन एरिया में तीस मिनट इंतजार करना होगा.
- टीकाकरण अधिकारी नंबर 4 और 5 द्वारा तीस मिनट की प्रतीक्षा, मॉनिटरिंग और मार्गदर्शन सुनिश्चित किया जाएगा और गैर-पंजीकृत लाभार्थियों को गाइड किया जाएगा.
- प्राप्त एसएमएस के मुताबिक नियत तिथि को वैक्सीन की दूसरी खुराक के लिए आना होगा.
पहले चरण में हेल्थवर्कर्स और फ्रंटलाइन वर्कर्स शामिल
कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम आज से शुरू हो गया है. इस चरण में हेल्थकर्मियों को सबसे पहले वैक्सीन के टीके दिए गए. स्वास्थ्यकर्मियों के अलावा पहले चरण में सफाई कर्मचारी, सैन्य बल, पुलिस व केंद्रीय बल जैसे फ्रंटलाइन वर्कर्स को शामिल किया गया है. इसके अलावा होमगार्ड्स, डिजास्टर मैनेजमेंट वोलेंटियर्स समेत सिविल डिफेंस के जवान और कंटेन्मेंट और सर्विलांस से जुड़े कर्मचारियों को पहले चरण में टीका लगाया जाएगा. दिल्ली एम्स में सबसे पहला टीका सफाईकर्मी मनीष कुमार को लगाया गया. एम्स के निदेशक को भी टीका दिया गया.
यह भी पढ़ें- वैक्सीन की दो डोज लेने के बाद ही डेवलप होगी प्रतिरोधक क्षमता
दो कंपनियों से वैक्सीन खरीद रही केंद्र सरकार
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से केंद्र सरकार 200 रुपये प्रति डोज की दर पर कोवीशील्ड खरीद रही है. जीएसटी के साथ इसकी कीमत 210 रुपये पड़ेगी. कोवैक्सीन के मूल्य की बात करें तो बॉयोटेक 16.5 लाख डोज केंद्र सरकार को मुफ्त में दे रही है. कोवैक्सीन की शेष 38.5 लाख डोज को केंद्र सरकार 295 रुपये प्रति डोज की दर से खरीद रही है.
हालांकि प्राइवेट मार्केट में आने के बाद कोवीशील्ड की कीमत करीब दोगुनी हो जाएगी. प्राइवेट मार्केट में बिक्री के लिए मंजूरी मिलने के बाद निर्धारित दो शॉट के लिए करीब 1 हजार रुपये खर्चने होंगे.
वैक्सीन में सबसे अधिक भरोसा भारतीयों को
वैश्विक कम्युनिकेशंस फर्म एडेलमन ने ट्रस्ट बैरोमीटर सर्वे 2021 में पाया कि वैक्सीन पर सबसे अधिक भरोसा भारतीयों को है. दुनिया भर के 28 देशों में कराए गए सर्वे में देश के 80 फीसदी लोगों ने कहा कि वे वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार हैं. ब्रिटेन में 66 फीसदी लोग, जर्मनी में 62 फीसदी लोग, यूएसए में 59 फीसदी लोग और रुस में 40 फीसदी लोगों ने कहा कि वे वैक्सीन लगवाने के लिए तैयार हैं.