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खुदरा महंगाई दर चार महीने के बाद एक बार फिर RBI के रिलीफ जोन 6 फीसदी के नीचे आ गई है.
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Retail inflation in March 2020: खाद्य वस्तुओं की कीमतों में नरमी के चलते मार्च महीने में खुदरा महंगाई दर (Retail Inflation) नरम पड़कर 5.91 फीसदी पर आ गई. फरवरी महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई दर 6.58 फीसदी दर्ज की गई थी. जबकि, पिछले साल मार्च में खुदरा महंगाई दर 2.86 फीसदी पर रही थी. इस तरह, खुदरा महंगाई दर चार महीने के बाद एक बार फिर आरबीआई के रिलीफ जोन 6 फीसदी के नीचे आ गई है.
खाद्य महंगाई दर 8.76 फीसदी
राष्ट्रीय सांख्यिकीय कार्यालय (NSO) की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य पदार्थों की महंगाई दर मार्च 2020 में 8.76 फीसदी रही, जो कि फरवरी में 10.81 फीसदी रही थी. रिजर्व बैंक (RBI) ब्याज दरों पर फैसला करने में खुदरा महंगाई पर भी गौर करता है. सरकार ने आरबीआई को महंगाई दर 4 फीसदी के करीब रखने का अधिकार दिया है.
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सरकारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य महंगाई दर में गिरावट आई है. लेकिन सब्जियों, दालों और अन्य उत्पादों की महंगाई दर मार्च में 15 फीसदी से ज्यादा बढ़ी है. इसके अलावा, मीट, मछली और मसालों की कीमतों में भी बढ़ोतरी देखी गई. सरकारी आंकड़ों के अनुसार, दो राज्यों तेलंगाना और उत्तर प्रदेश में खुदरा महंगाई दर (सीपीआई) 7.8 फीसदी से ज्यादा बढ़ी, जोकि राष्ट्रीय औसत से ज्यादा रहा.
महंगाई दर में अनिश्चितता
हालांकि, यदि बेमौसम बारिश होती और कोविड19 के चलते सप्लाई में दिक्कत होती है तो चालू वित्त वर्ष के दौरान महंगाई दर तेजी आने का अंदेशा बना हुआ है. इस बीच, महंगाई दर का अनुमान अभी भी अनिश्चित है. रिजर्व बैंक ने अपनी अप्रैल की मॉनिटरी पॉलिसी रिपोर्ट में भी कहा, ''महंगाई पर कोविड19 का असर अभी अस्पष्ट है.''