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दिसंबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 4.59 फीसदी पर पहुंच गई है.
दिसंबर में खुदरा महंगाई दर घटकर 4.59 फीसदी पर पहुंच गई है. सरकार द्वारा मंगलवार को जारी डेटा के मुताबिक, ऐसा मुख्य तौर पर खाद्य कीमतों में गिरावट के कारण हुआ है. कंज्यूमर प्राइस इंडैक्स (CPI) पर आधारित खुदरा महंगाई दर नवंबर में 6.93 फीसदी पर थी. दिसंबर 2020 में खाद्य महंगाई गिरकर 3.41 फीसदी हो गई. इसके मुकाबले पिछले महीने यह 9.5 फीसदी थी.
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने यह डेटा जारी किया है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) अपनी मौद्रिक नीति को तय करते समय खुदरा महंगाई को देखता है.
मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन घटा
दूसरी ओर, नवंबर महीने में औद्योगिक उत्पादन के मोर्चे पर झटका लगा है. मंगलवार को जारी आधिकारिक डेटा के मुताबिक, भारत का औद्योगिक उत्पादन नवंबर 2020 में 1.9 फीसदी गिरा है. औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के मुताबिक, मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का उत्पादन नवंबर 2020 में 1.7 फीसदी घटा है. खनन का उत्पादन भी 7.3 फीसदी गिरा है. जबकि ऊर्जा का उत्पादन 3.5 फीसदी बढ़ा है.
नवंबर 2019 में आईआईपी में 2.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. औद्योगिक उत्पादन को पिछले साल मार्च से झटका लग रहा है जब महीने में आईआईपी में 18.7 फीसदी की गिरावट आई थी. अगस्त 2020 तक यह लगातार नकारात्मक दायरे में रहा. उसके बाद आर्थिक गतिविधिययां शुरू होने पर कारखाना उत्पादन में सितंबर महीने में 0.48 फीसदी की मामूली वृद्धि दर्ज की गई. उसके बाद अक्टूबर में इसमें 4.9 फीसदी की वृद्धि रही.
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इससे पहले अक्ट्रबर के लिए 3.6 फीसदी वृद्धि का शुरुआती आंकड़ा जारी किया गया था. सरकार ने 25 मार्च 2020 को कोविड- 19 महामारी को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन लागू किया था. इसके बाद प्रतिबंधों में धीरे धीरे ढ़ील दिए जाने के बाद से आर्थिक गतिविधियों में सुधार दिखने लगा और इसके साथ ही विभिन्न संकेतकों को लेकर आंकड़ों की रिपोर्टिंग में भी सुधार आया. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने एक बयान में यह कहा है.