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खाद्य पदार्थ महंगा होने से खुदरा महंगाई जून में बढ़कर 6.09 फीसदी पर पहुंच गई. सोमवार को जारी सरकार के आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने में खाद्य मुद्रास्फीति बढ़कर 7.87 फीसदी हो गई. पिछले साल जून महीने में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) आधारित महंगाई दर 3.18 फीसदी थी. सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा कि मुद्रास्फीति का आंकड़ा कोरोना वायरस महामारी के कारण पाबंदियों की वजह से सीमित संख्या में बाजारों से एकत्रित आंकड़ों पर आधारित है.
बयान के अनुसार हालांकि जो आंकड़े लिए गए हैं, राज्य स्तर पर CPI का अनुमान सृजित करने के लिये पर्याप्तता मानदंड को पूरा नहीं करते. सरकार ने कोरोना वायरस महामारी की रोकथाम के लिए ‘लॉकडाउन’ के कारण अप्रैल और मई का पूरा सीपीआई आंकड़ा जारी नहीं किया है. मार्च 2020 में खुदरा महंगाई 5.91 फीसदी रही थी.
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अनाज व संबंधित प्रॉडक्ट्स के लिए सालाना खुदरा महंगाई 6.49 फीसदी, मांस व मछली सेगमेंट के लिए 16.22 फीसदी रही. वहीं दाल व प्रॉडक्ट्स सेगमेंट के लिए यह महंगाई 16.68 फीसदी और मसालों के लिए 11.74 फीसदी रही. सब्जियों की खुदरा महंगाई जून में 1.86 फीसदी रही. फलों के लिए यह निगेटिव जोन में चली गई. फ्यूल व लाइट के लिए खुदरा महंगाई 2.69 फीसदी रही.