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क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाए जाने की आशंकाओं के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने इसे लेकर कई अहम बातें कहीं.
Crypto Bill 2021: क्रिप्टोकरेंसी पर बैन लगाए जाने की आशंकाओं के बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज मंगलवार को राज्यसभा में इसे लेकर कई अहम बातें कहीं. राज्यसभा में प्रश्नकाल के दौरान सीतारमण ने कहा कि सरकार नए बिल पर काम कर रही है और बिल को कैबिनेट से मंजूरी का इंतजार है. यहां हमने संसद में क्रिप्टोकरेंसी को लेकर वित्त मंत्री द्वारा कही गई हर बात का संक्षिप्त विवरण दिया है.
प्रश्न – क्रिप्टो विज्ञापनों को बंद करने को लेकर सरकार की क्या योजना है?
निर्मला सीतारमण - वर्तमान में क्रिप्टो विज्ञापनों को बंद करने का कोई समाधान नहीं है, लेकिन निश्चित रूप से इसमें शामिल जोखिम के बारे में लोगों को सावधान करने के लिए, सरकार सेबी और आरबीआई के ज़रिए कदम उठा रही है. इसे लेकर वे और बहुत कुछ कर सकते थे (जागरूकता बढ़ाने में) लेकिन अब जल्द ही विधेयक आ जाएगा.
क्रिप्टो विज्ञापनों को बंद करने का सवाल बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने किया था. उन्होंने बाद में कहा, "हाल ही में क्रिकेट विश्वकप के दौरान, क्रिप्टो एक्सचेंजों द्वारा बिना किसी डिस्क्लेमर के विज्ञापनों में 50 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए गए थे. ये विज्ञापन भ्रामक हैं और इससे भारी नुकसान हो सकता है."
मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि क्रिप्टो बिल को बजट सत्र के दौरान भी लिस्ट किया गया था, लेकिन इसे पेश नहीं किया जा सका.
निर्मला सीतारमण - पिछली बार बिल प्रस्तावित था, लेकिन बाद में उसमें कुछ अन्य डाइमेंशन थे, जिसे हमने बिल में जोड़ना महत्वपूर्ण समझा. उस बिल पर फिर से काम किया गया है और अब यह नए बिल के रूप में आ रहा है. तो, इरादा यह था कि या तो हम उस बिल में सुधार करें या एक ऐसे बिल के साथ आएं जो कहीं अधिक अपडेटेड हो. कैबिनेट से बिल पास होने के बाद यह सदन में आएगा. भ्रामक विज्ञापनों और विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने के बारे में, एडवरटाइजिंग स्टैंडर्ड्स काउंसिल ऑफ इंडिया के गाइडलाइन्स का अध्ययन किया जा रहा है.
प्रश्न – क्रिप्टो ट्रांजेक्शन में बढ़ोतरी के साथ मनी लॉन्ड्रिंग और स्कैम के जोखिमों को लेकर सरकार की क्या योजना है?
निर्मला सीतारमण - ये ऐसे मामले हैं जिनकी नियमित रूप से संस्थानों द्वारा, इन्फोर्समेंट अथॉरिटी आदि के द्वारा अच्छी तरह से निगरानी की जा रही है. ये ऐसे मामले हैं जिन पर अलग-अलग स्तरों पर चर्चा की जाती है.
प्रश्न – क्या Non Fungible Token (NFT) के लिए अलग लीगल फ्रेमवर्क होगा? कितने लोगों ने क्रिप्टो इनकम पर आयकर का भुगतान किया है और कितना टैक्स वसूला गया है?
निर्मला सीतारमण- क्रिप्टो पर कितना टैक्स वसूला गया है या कितना भुगतान किया गया है, इसकी पूरी जानकारी मेरे पास नहीं है. एनएफटी के लिए, इस समय मैं यह नहीं कह सकती कि एक अलग फ्रेमवर्क होगा या नहीं, लेकिन निश्चित रूप से, इन सभी मामलों पर चर्चा की जा रही है.
प्रश्न – क्रिप्टो निवेश से जुड़े जोखिमों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सरकार क्या कर रही है?
निर्मला सीतारमण - बिल आने तक, सरकार, सेबी और आरबीआई (इसमें शामिल जोखिमों पर) के ज़रिए बयान जारी किए गए हैं और लोगों को जागरूक करने के लिए कहा जा रहा है कि यह एक जोखिम भरा क्षेत्र है और लोगों इसे लेकर सचेत रहना चाहिए. लोगों को काफी सतर्क रहने के लिए जागरूकता या 'अलर्ट' जारी किया गया है. इतना किया जा चुका है.