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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को गुजरात में बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के कारण प्रभावित गुजरात के इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया. (PTI Photo)
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिपरजॉय चक्रवाती तूफान से प्रभावित गुजरात के इलाकों का जायजा लेने पहुंचे. शनिवार को राज्य का एरियल सर्वे करने के बाद वह गुजरात के मांडवी के अस्पताल पहुंचकर गर्भवती महिलाओं और बुजुर्गों का हाल जाना. इस दौरान चक्रवाती तूफान से क्षतिग्रस्त हुए फसलों का निरीक्षण कर गुजरात के किसानों से भी मुलाकात की. चक्रवाती तूफान प्रभावित तटीय इलाकों के लोगों की सुरक्षा में तैनात एनडीआरएफ/एसडीआरएफ की टीमों से भी उन्होंने बातचीत की.
Union Home Minister and Minister of Cooperation, Shri @AmitShah, conducted an aerial survey of the areas affected by the Biparjoy cyclone in Gujarat. pic.twitter.com/HoWWZLWn0L
— गृहमंत्री कार्यालय, HMO India (@HMOIndia) June 17, 2023
गुजरात के कच्छ जिले में शनिवार को दुकानों और कारोबारी प्रतिष्ठानों के शटर खोल दिए गए जो स्थिति सामान्य होने का संकेत है. वहीं, अधिकारी ‘बिपरजॉय’ चक्रवाती तूफान से प्रभावित कई शहरों ओर सैकड़ों गांवों में बिजली बहाल करने का प्रयास कर रहे हैं. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अपने ताजा अपडेट में बताया कि गुरूवार शाम चक्रवाती तूफान जखाऊ बंदरगाह पर तट से टकराया था जो गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया है और आगे अब इसका असर कम होगा. साथ ही यह दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा. आईएमडी ने कहा कि ‘बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के प्रभाव से गुजरात के कई उत्तरी जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है. अधिकारियों ने कहा कि चक्रवात के कच्छ से गुजर जाने के बाद क्षेत्र में बारिश नहीं हो रही है और हवा का वेग भी उल्लेखनीय रूप से कम हुआ है.
बिजली बहाल करने के लिए काम कर रही है टीम
अधिकारियों ने बताया कि प्रशासन ने अधिकतर सड़कों से उखड़े हुए पेड़ों को हटा दिया है. गुजरात के भुज, मांडवी जैसे शहरों और कई गांवों में बिजली बहाल करने के लिए काम किया जा रहा है. राज्य सरकार ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति में कहा कि बिजली बहाल करने के लिए कच्छ, देवभूमि द्वारका, जामनगर, मोरबी, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, राजकोट और पोरबंदर जिलों में 1,127 टीम काम कर रही हैं. विज्ञप्ति में कहा गया कि वन विभाग की टीम ने सड़कों पर गिरे 581 पेड़ों को हटा दिया है.
कच्छ जिले में पटरी पर लौट रहा जनजीवन
कच्छ जिले में शनिवार को जनजीवन पर पटरी पर लौटता दिखा और सुबह दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान खुल गए. बिपरजॉय के संभावित आगमन के मद्देनजर सरकार ने राज्य के संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले एक लाख से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया था. आईएमडी ने ट्वीट के जरिए कहा कि 17 जून को भारतीय समयानुसार सुबह साढ़े 8 बजे दक्षिण पश्चिम राजस्थान और दक्षिण पूर्वी पाकिस्तान से सटे गुजरात और बाड़मेर से लगभग 80 किलोमीटर दक्षिण एवं जोधपुर से 210 किलोमीटर दक्षिण पश्चिम में चक्रवात बिपरजॉय गहरे दबाव के क्षेत्र में परिवर्तित हो गया जो अगले 6 घंटों के दौरान कमजोर होकर दबाव के क्षेत्र में बदल जाएगा.
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इन जगहों पर हुई है भारी बारिश
कच्छ के अलावा बिपरजॉय के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित जिले देवभूमि द्वारका, बनासकांठा और पाटन के कुछ हिस्से हैं जहां शुक्रवार को बहुत भारी बारिश हुई. बनासकांठा और पाटन के कई हिस्सों में शनिवार सुबह भी भारी बारिश जारी रही. गांधीनगर स्थित राज्य आपदा संचालन केंद्र (एसईओसी) के मुताबिक पाटन के संतालपुर तालुका और बनासकांठा में वाव व दांता और साबरकांठा जिले के पोशिना में शनिवार सुबह छह बजे से 4 घंटे तक 40-50 मिलीमीटर बारिश हुई.
गुजरात के इन जिलों में बुधवार तक होगी बारिश: आईएमडी
आईएमडी ने रविवार सुबह तक बनासकांठा जिले में कुछ स्थानों के साथ पाटन, मेहसाणा और कच्छ में भारी से बहुत भारी बारिश की पूर्वानुमान जताया है. आईएमडी ने इस अवधि के दौरान गांधीनगर और अहमदाबाद, सुरेंद्रनगर और मोरबी जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की भी चेतावनी दी है. इसने कहा कि गुजरात के कुछ हिस्सों में बुधवार सुबह तक बारिश होती रहेगी जबकि रविवार सुबह से राज्य में भारी बारिश की कोई चेतावनी नहीं है. इससे पूर्व राहत आयुक्त आलोक कुमार पांडे ने कहा कि राज्य में चक्रवात से जुड़ी किसी भी घटना में एक भी व्यक्ति की मौत नहीं हुई. उन्होंने इसे सरकार की ‘‘सबसे बड़ी उपलब्धि’’ बताया. सरकार ने एक विज्ञप्ति में कहा था कि 1,09,000 लोगों को तटीय क्षेत्रों से अस्थायी आश्रयों में स्थानांतरित किया गया है, जिनमें 10,918 बच्चे, 5,070 वरिष्ठ नागरिक तथा 1,152 गर्भवती महिलाएं हैं.