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प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय चक्रवात बिपारजॉय की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहा है. लोगों की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की 12 टीम तैनात हैं इसके अलावा 15 और टीमें भी तैयार है.(PTI Photo)
Cyclone Biparjoy: गुजरात के तट से बिपारजॉय चक्रवाती तूफान जल्द ही टकरा सकता है. मौसम विज्ञान (IMD) के मुताबिक बेहद खतरनाक चक्रवाती तूफान गरूवार दोपहर तक गुजरात के कच्छ जिले में जखाऊ बंदरगाह के पास पहुंच सकता है. विभाग ने सोमवार को बताया कि राज्य के तटीय इलाकों में गुरुवार को 150 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेंगीं. इसे देखते हुए NDRF की टीमें तैनात की गई हैं. करीब 7500 लोगों को सुरक्षित जगहों पर भेजा जा चुका है. पीएम मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक में बिपारजॉय चक्रवाती तूफान के हालात का जायजा लिया है.
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15-16 जून को होगी गुजरात में भारी बारिश: IMD
अधिकारियों ने बताया कि गुजरात के कच्छ, पोरबंदर, देवभूमि द्वारका, जामनगर, जूनागढ़ और मोरबी जिलों में समुद्र के तट के पास रहने वाले लोगों को अथॉरिटी ने सुरक्षित जगह पहुंचाना शुरू कर दिया है. उन्होंने कहा कि मछली पकड़ने की गतिविधियों के साथ-साथ बंदरगाहों पर चेतावनी दिए गए हैं. अहमदाबाद मौसम केंद्र की डायरेक्टर मनोरमा मोहंती ने बताया कि गुजरात के जखाऊ बंदरगाह के पास लैंडफॉल होने की संभावना है. गुरूवार 15 जून को दोपहर के आसपास गुजरात तट से बिपारजॉय चक्रवाती तूफान टकराएगा. इससे पहले 135-145 किमी प्रति घंटे से लेकर 150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी और भारी बारिश होगी. उन्होंने कहा कि सौराष्ट्र-कच्छ और गुजरात के अन्य तटीय इलाकों में 15-16 जून के दौरान भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है और मछुआरों को 16 जून तक समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी गई है.
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गुजरात के तटीय क्षेत्रों से सुरक्षित जगहों पर भेजे गए 7500 लोग
अधिकारियों ने कहा कि लगभग 7,500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है. उन्होंने बताया कि मंगलवार से कच्छ-सौराष्ट्र जिलों में तट से 10 किलोमीटर की दूरी के भीतर स्थित गांवों में रहने वाले लोगों को निकालने का उचित अभियान शुरू होगा. अधिकारियों ने बताया कि पोरबंदर के 31 गांवों से 3,000 से अधिक लोगों को निकाला गया, जबकि देवभूमि द्वारका में 1,500 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया.
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पीएम मोदी ने लिया चक्रवाती तूफान का जायजा
प्रधानमंत्री मोदी ने उच्चस्तरीय बैठक में बिपारजॉय चक्रवाती तूफान का जायजा लिया. इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की निकासी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय किए जाएं. उन्होंने नुकसान की स्थिति में तत्काल सेवा बहाल करने की तैयारियों के साथ आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित करने के लिए कहा. प्रधानमंत्री कार्यालय ने बताया कि केंद्रीय गृह मंत्रालय चक्रवात बिपारजॉय की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहा है. लोगों की सुरक्षा के लिए एनडीआरएफ की 12 टीम तैनात हैं इसके अलावा 15 और टीमें भी तैयार है.