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सेना को मिलेंगी 4960 MILAN-2T एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, BDL से 1188 करोड़ की डील; क्या है खासियत

Defence Deal: डिफेंस मिनिस्ट्री ने 19 मार्च को डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनी भारत डायनामिक्स लिमिटेड के साथ बड़ा करार किया है.

Defence Deal: डिफेंस मिनिस्ट्री ने 19 मार्च को डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनी भारत डायनामिक्स लिमिटेड के साथ बड़ा करार किया है.

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Defence Deal: डिफेंस मिनिस्ट्री ने 19 मार्च को डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनी भारत डायनामिक्स लिमिटेड के साथ बड़ा करार किया है.

Defence Deal: पड़ोसी देशों चीन और पाकिस्तान के साथ सैन्य तनाव के बीच केंद्र सरकार सेना को लगातार मजबूत करने में लगी है. इसी क्रम में डिफेंस मिनिस्ट्री ने 19 मार्च को डिफेंस पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग कंपनी भारत डायनामिक्स लिमिटेड के साथ बड़ा करार किया है. न्यूज एजेंसी के मुताबिक 4,960 MILAN-2T एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की सप्लाई को लेकर एक डील साइन कर गई है. ये एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल भारतीय सेना कौ सौंपी जाएगी. यह पूरी डील 1188 करोड़ रुपये की बताई जा रही है.

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रक्षा मंत्रालय ने इस बात की जानकारी दी है. MILAN-2T को भारत डायनामिक्स लिमिटेड की ओर से फ्रांस की एक रक्षा फर्म से मिले लाइसेंस के तहत विकसित किया जा रहा है. माना जा रहा है कि इस डील के पूरा होने से भारतीय सेना की क्षमता और मजबूत होगी. भारत डायनामिक्स की ओर से सभी 4,960 MILAN-2T एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल मिलने में 3 साल का समय लग सकता है.

MILAN-2T एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की खासियत

  • MILAN-2T एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल मैन पोर्टेबल (Infantry) सेकंड जेनरेशन ATGM है.
  • यह विस्फोटकों से भरे बैटक टैंक को नष्ट करने की क्षमता रखता है. इसके जरिए बंकरों को भी नष्ट किया जा सकता है.
  • MILAN-2T एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल की रेंज 1850 मीटर तक है. यह फ्रांस के MBDA मिसाइल सिस्टम के लाइसेंस के तहत भारत डायनामिक्स लिमिटेड द्वारा बनाया गया है.
  • MILAN-2T एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल को न सिर्फ जमीन से बल्कि व्हीकल बेस्ड लांचर से भी फायर किया जा सकता है.
  • इसका इस्तेमाल आफेंसिव या डिफेंसिव टास्क में एंटी टैंक रोल में किया जाता है.

मेक इन इंडिया को बढ़ावा

MILAN-2T एंटी टैंक गाइडेड मिसाइलों के शामिल होने से सशस्त्र बलों की परिचालन तैयारियों में बढ़ोत्तरी होगी और सेना को मजबूती मिलेगी. साथ ही डिफेंस सेक्टर में मेक इन इंडिया की पहल को बढ़ावा मिलेगा. रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह डील आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक बड़ा कदम है.

Defence Ministry