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बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने इमरजेंसी बैठक बुलाई थी, जिसमें कई बड़े फैसले लिए गए हैं.
Delhi Air Emergency: बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने इमरजेंसी बैठक बुलाई थी, जिसमें कई बड़े फैसले लिए गए हैं. दिल्ली को आंशिक रूप से फिर से बंद किया जा रहा है. शहर को अपनी चपेट में लेने वाले स्मॉग के हानिकारक प्रभावों को रोकने के लिए अरविंद केजरीवाल सरकार ने कुछ उपायों की घोषणा की है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण संकट से निपटने के लिए शनिवार को एक सप्ताह तक स्कूलों को बंद करने, निर्माण गतिविधियों पर रोक, सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के घर से काम करने समेत कई आपात कदमों की घोषणा की.
आपात बैठक के बाद केजरीवाल ने पत्रकारों से कहा कि उनकी सरकार उच्चतम न्यायालय के समक्ष ‘लॉकडाउन’ की योजना भी पेश करेगी. दिल्ली-एनसीआर में पटाखों, पराली जलाने और मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों के कारण वायु प्रदूषण के आपात स्तर पर पहुंचने के बाद अधिकारियों ने शुक्रवार को लोगों को घरों के अंदर रहने और सरकारी एवं निजी कार्यालयों को अपने वाहनों के उपयोग में 30 प्रतिशत तक की कटौती करने की सलाह दी थी. सोमवार यानि कल से सरकार द्वारा घोषित ये पाबंदियां लागू हो जाएंगी. यहां हमने इन पाबंदियों से संबंधित जरूरी बातों के बारे में 10 प्वाइंट्स में बताया है.
- 15 नवंबर से सभी स्कूल एक हफ्ते तक बंद रहेंगे.
- जब तक स्कूल बंद रहेंगे, स्टूडेंट्स की ऑनलाइन कक्षाएं जारी रहेंगी.
- कल से सरकारी कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम करना होगा.
- राष्ट्रीय राजधानी में कंस्ट्रक्शन गतिविधियों पर रोक लगा दी गई है.
- दिल्ली में लॉकडाउन को लेकर केजरीवाल ने कहा कि वह इस बारे में केंद्र से सलाह मशविरा कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने साफ तौर पर कहा कि अभी दिल्ली में लॉकडाउन नहीं है.
- दिल्ली में प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई के बाद शनिवार को इन पाबंदियों की घोषणा की गई.
- सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और आप सरकार से एयर इमरजेंसी की स्थिति से निपटने के लिए दो दिन के लिए लॉकडाउन लगाने को कहा था.
- SAFAR के आंकड़ों के मुताबिक आज वायु गुणवत्ता सूचकांक 'बेहद खराब' श्रेणी में बना हुआ है. तापमान कम होने और ठंडी हवा चलने से स्थिति और बिगड़ने की संभावना है.
- दिल्ली ने 2016 के बाद से सर्दियों के दौरान सबसे खराब वायु प्रदूषण संकट देखा है. पराली जलाने, वाहनों के प्रदूषण जैसे कारकों वायु प्रदूषण को बढ़ाने का काम किया है.
- दिल्ली में वायु गुणवत्ता रविवार को ‘गंभीर’ श्रेणी से सुधरकर ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में पहुंच गई. वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 338 दर्ज किया गया है.
दिल्ली में वायु गुणवत्ता में हल्का सुधार
दिल्ली में वायु गुणवत्ता रविवार को ‘गंभीर’ श्रेणी से सुधरकर ‘बेहद खराब’ की श्रेणी में पहुंच गई और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 338 दर्ज किया गया. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के इलाकों फरीदाबाद, गाजियाबाद, गुरुग्राम और नोएडा में एक्यूआई क्रमश: 312, 368, 301 और 357 दर्ज किया गया. वायु प्रदूषण की जानकारी देने वाले ऐप ‘समीर’ के अनुसार दिल्ली में सुबह नौ बजकर पांच मिनट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 338 दर्ज किया गया. दिल्ली में लोधी रोड, पूसा रोड, चांदनी चौक और दिल्ली हवाई अड्डे पर एक्यूआई क्रमश: 295, 313, 352 और 321 दर्ज किया गया. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच एक्यूआई ‘संतोषजनक’, 101 और 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 और 500 के बीच एक्यूआई को ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है.