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दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण को कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी का सबसे कारण बताया है. (File Pic)
Coronavirus in Delhi: दिल्ली में पिछले कुछ दिनों में कोरोना वायरस के मामलें तेजी से बढ़े हैं और यह नया रिकॉर्ड बना रहे हैं. गुरुवार को भी दिल्ली में 7,053 नए मामले सामने आए और अब तक की सबसे ज्यादा 104 लोगों की मौत हुई है. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण को कोविड-19 के मामलों में बढ़ोतरी का सबसे कारण बताया है. इसके साथ उन्होंने कहा है कि राजधानी में कोरोना की स्थिति 7 से 10 दिनों में काबू में आ जानी चाहिए. उन्होंने बताया कि उनकी सरकार इस दिशा में अगले हफ्ते कई कदम उठा रही है.
दिल्ली में कुल मामले 4.67 लाख के पार
दिल्ली में कोविड-19 संक्रमण की कुल संख्या 4.67 लाख को पार कर गई है. और मौतों का आंकड़ा बढ़कर 7,332 पर पहुंच गया है. बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी में अब तक के एक दिन में सबसे ज्यादा 8,593 केस आए.
प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 के मामले पिछले कुछ दिनों से बढ़ रहे हैं. उन्हें भी इस चीज की चिंता है. वे इसे काबू में लाने के लिए सभी उपयुक्त कदम उठा रहे हैं. वे अगले हफ्ते इससे जुड़े और कदम लेंगे. उन्हें लगता है कि स्थिति को 7 से 10 दिनों में काबू में आ जाना चाहिए और मामलों में गिरावट शुरू होनी चाहिए.
20 अक्टूबर तक स्थिति काबू में थी: केजरीवाल
मुख्यमंत्री ने शहर में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के लिए प्रदूषण को जिम्मेदार ठहराया है. केजरीवाल ने कहा कि प्रदूषण दिल्ली में कोविड-19 मामलों में बढ़ोतरी के पीछे सबसे बड़ी वजह है. 20 अक्टूबर तक स्थिति हमारे काबू में थी.
उन्होंने इस बात रक जोर दिया कि इंडियन एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट, पूसा द्वारा तैयार किया गया गैर-पराली समाधान ने दिल्ली के 24 गांवों में फसल के अवशेष को 70 से 95 फीसदी खत्म किया है. केजरीवाल ने कहा कि वह राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) और आसापस के क्षेत्रों में एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के कमीशन को रिपोर्ट के साथ याचिका दायर करेंगे और अपील करेंगे कि सभी राज्य सरकारों को इसे लागू करने के लिए निर्देश दिए जाएं.