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Arvind Kejriwal: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले के रेनोवेशन को लेकर मामला गर्म हो गया है.
Arvind Kejriwal House Row: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बंगले के रेनोवेशन को लेकर मामला गर्म हो गया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अरविंद केजरीवाल के बंगले के रेनोवेशन पर करीब 45 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. चैनल टाइम्स नाउ नवभारत के अनुसार सीएम आवास में 8-8 लाख रुपये का एक पर्दा लगाया गया है. वहीं 1 करोड् से ज्यादा खर्च मार्बल लगाने पर किया गया. घर में जो कालीन बिछाई गई है, उसकी कीमत लाखों में हैं; फिलहाल बीजेपी ने इसे लेकर केजरीवाल पर बड़ा हमला बोला है. बीजेपी लीडर्स का कहना है कि केजरीवाल की कट्टर ईमानदारी बेनकाब हो गई है; सवाल यह भी खड़ा किया गया है कि इतने भारी भरकम फंड को कोरोना वायरस महामारी के दौरान घर की सजावट पर खर्च कर दिया गया. बीजेपी ने केजरीवाल से इस्तीफा भी मांगा है.
घर में क्या क्या काम हुआ
रिपोर्ट के अनुसार केजरीवाल के बंगले में लगे एक पर्दे की कीमत 8 लाख रुपये है और ऐसे 23 पर्दों का ऑर्डर किया गया. 1 करोड़ 15 लाख के मार्बल वियतनाम से मंगवाए गये थे, जबकि 4 करोड़ का प्री-फैब्रिकेटेड वुड लगाया गया. द इंडियन एक्सप्रेस द्वारा एक्सेस किए गए पीडब्ल्यूडी दस्तावेजों के अनुसार, घर में काम के लिए पहली मंजूरी 1 सितंबर, 2020 को दी गई थी. इसमें बिजली के काम और एक स्वचालित फायर अलार्म सिस्टम के साथ-साथ आरसीसी-फ्रेम वाली संरचना पर काम शामिल था. दूसरी मंजूरी मई 2021 में एक मॉड्यूलर किचन, लॉन्ड्री और पेंट्री आदि प्रदान करने और ठीक करने के लिए दी गई थी.।
लोक निर्माण विभाग के दस्तावेजों में प्रदान किए गए ब्रेक-अप के अनुसार, सिविल, इलेक्ट्रिकल और प्लंबिंग कार्य के अलावा, विभिन्न वाट क्षमता और आकार के स्मार्ट लाइटिंग फिक्स्चर (2,446 जुड़नार), एनर्जी एफिसिएंट पंखे (80 पंखे), और डंबवेटर लिफ्ट (खाना पहुंचाने के लिए) कुल लागत का हिस्सा हैं.
बीजेपी हुई हमलावर- कहा कट्टर ईमानदारी बेनकाब
दिल्ली सरकार पर टैक्सपेयर्स के 45 करोड़ रुपये परियोजना पर खर्च करने का आरोप लगाते हुए, दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता रामवीर बिधूड़ी ने केजरीवाल को अलीशान जीवन जीने वाला राजा बताया गया है. उन्होंने कहा कि जब दिल्ली कोविड से जूझ रही थी, तब दिल्ली के सीएम अपने घर की मरम्मत पर करोड़ों खर्च कर रहे थे. जबकि सीएम बनने के पहले साल 2013 में वह कहा करते थे कि न तो घर लेंगे, न सुरक्षा और न सरकारी वाहन. लेकिन उन्होंने अपने घर की मरम्मत पर 45 करोड़ रुपये खर्च कर दिए.
बीजेपी का कहना है कि ये वही अरविंद केजरीवाल हैं जो गले में मफलर पहनते थे, पुरानी कार में सफर करते थे. इनके लीडर शपथ ग्रहण के दिन ऑटो में आए थे. बीजेपी नेताओं का कहना है कि कोविड 19 के दौरान जब दिल्ली के लोग ऑक्सीजन की कमी से मर रहे थे और दिल्ली की जनता के 45 करोड़ रुपये से केजरीवाल अपना महल सजा रहे थे. जिस महल में 23 पर्दे 8-8 लाख में लगवाए गए. बीजेपी ने आरोप लगाया कि केजरीवाल की ''सादगी और ईमानदारी'' बेनकाब हो गई है और उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए.
आम आदमी पार्टी ने दिया ये जवाब
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने केजरीवाल का बचाव किया है. उन्होंने बीजेपी के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि यह सरकारी आवास है, यह अरविंद केजरीवाल की संपत्ति नहीं है. चड्ढा ने कहा कि जब तक आप दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास की प्रधानमंत्री के आवास और अन्य राज्यों के मुख्यमंत्रियों के आवासों के खर्च से तुलना नहीं करते हैं, तब तक आपको यह कैसे पता लगेगा कि यह कम है या अधिक. चड्ढा ने कहा कि जिस घर में केजरीवाल रहते हैं वह 1942 में बना था. घर के अंदर से लेकर बेडरूम तक छत से पानी टपकता था. लोक निर्माण विभाग (PWD) ने ऑडिट किया. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सीएम शिवराज के आवास पर रंगाई पर 20 करोड़ खर्च हुआ. पीएम मोदी के आवास को बनाया जा रहा है जिसकी अनुमानित लागत 500 करोड़ है.