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DU Panchang: उच्च शिक्षा देने वाले देश के प्रमुख संस्थानों में शामिल दिल्ली यूनिवर्सिटी अब पंचांग जारी करने का काम भी करेगी. (File Photo)
Delhi University to launch Panchang : देश के युवाओं को उच्च शिक्षा देने वाले प्रमुख संस्थानों में शामिल दिल्ली यूनिवर्सिटी (DU) अब पंचांग जारी करने का काम भी करेगी. यूनिवर्सिटी अपना पहला पंचांग जारी करने के लिए एक खास समारोह भी आयोजित कर रही है. 28 अप्रैल 2023 को होने वाले इस समारोह में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS के राष्ट्रीय संपर्क प्रमुख रामलाल मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर योगेश सिंह करेंगे, जबकि उद्योगपति अरविंद कुमार गुप्ता विशेष अतिथि के तौर पर शामिल होंगे. केंद्र की मोदी सरकार के तहत आने वाला दिल्ली विश्वविद्यालय इन दिनों अपनी स्थापना के सौ साल मना रहा है.
"पंचांग से होगा प्राचीन भारतीय ज्ञान का प्रसार"
दिल्ली यूनिवर्सिटी की इस नई पहल की जानकारी विश्वविद्यालय की वैल्यू एडिशन कोर्सेस कमेटी के चेयरमैन निरंजन कुमार ने बुधवार को दी. इसके साथ ही उन्होंने यह दावा भी किया कि पंचांग से प्राचीन भारतीय ज्ञान को लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिमी कैलेंडर के मुकाबले पंचांग ज्यादा एडवांस होता है. निरंजन कुमार ने बताया कि पंचांग में पूरे साल के दौरान ग्रहों की चाल के बारे में जानकारी दी जाती है और आसान शब्दों में पंचांग का मतलब है हरेक दिन, तिथि, नक्षत्र, योग और करण की जानकारी.
निरंजन कुमार ने बताया कि दिल्ली यूनिवर्सिटी प्राचीन भारतीय ज्ञान के प्रचार-प्रसार के लिए पंचांग रिलीज करने जा रही है. यह पश्चिमी कैलेंडर के मुकाबले कहीं ज्यादा विस्तृत और जानकारी देने वाला होगा. इसमें सभी त्योहारों और महत्वपूर्ण तारीखों की जानकारी के अलावा तिथि, वार, करण, नक्षत्र और योग के बारे में भी बताया जाएगा. उन्होंने दावा किया कि पंचांग जारी करना छात्रों को भारतीय ज्ञान परंपरा के समृद्ध भंडार से परिचित कराने की दिशा में उठाया गया पहला कदम होगा.
परंपराओं के पुनर्जागरण के लिए प्रतिबद्ध है डीयू : निरंजन कुमार
डीयू की वैल्यू एडिशन कोर्सेस कमेटी के चेयरमैन ने इस बात पर अफसोस जताया कि भारत की यह प्राचीन ज्ञान परंपरा हमारे घरों और युवा पीढ़ी के दिलो-दिमाग से गायब होती जा रही है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए दिल्ली यूनिवर्सिटी के सौवें साल में यह एतिहासिक पंचांग जारी किया जा रहा है, जो कार्यक्रम में शामिल होने वाले सभी लोगों को मुफ्त में दिया जाएगा. इसके लिए यूनिवर्सिटी के कन्वेन्शन हॉल में 28 अप्रैल को 3 बजे "पंचांग और भारतीय ज्ञान परंपरा" के मुद्दे पर विशेष कार्यक्रम रखा गया है. इस कार्यक्रम में पंचांग के महत्व पर खास लेक्चर भी दिया जाएगा. निरंजन कुमार ने कहा कि दिल्ली यूनिवर्सिटी भारत की बौद्धिक परंपरा के पुनर्जागरण और प्रचार-प्रचार के लिए प्रतिबद्ध है और वैल्यू एडिशन कोर्सेस कमेटी इस दिशा में लगातार काम कर रही है, ताकि छात्रों के व्यक्तित्व और चरित्र को भारतीय मूल्यों के हिसाब से विकसित किया जा सके.