scorecardresearch

Digital Divide: कोविड काल में 40 फीसदी बढ़ी डिजिटल कनेक्टिविटी,लेकिन सिर्फ 10 फीसदी बच्चों को ही मिल पाई ऑनलाइन एजुकेशन : सर्वे

भले ही कोविड के दौरान डिजिटल कनेक्टिविटी में 40 फीसदी का इजाफा हुआ हो लेकिन डिवाइस की कमी, खराब सिग्नल और इस तरह की पढ़ाई महंगी होने की वजह से ज्यादातर स्टूडेंट रिमोट एजुकेशन का लाभ लेने से वंचित रह गए.

भले ही कोविड के दौरान डिजिटल कनेक्टिविटी में 40 फीसदी का इजाफा हुआ हो लेकिन डिवाइस की कमी, खराब सिग्नल और इस तरह की पढ़ाई महंगी होने की वजह से ज्यादातर स्टूडेंट रिमोट एजुकेशन का लाभ लेने से वंचित रह गए.

author-image
FE Online
एडिट
New Update
Digital Divide: कोविड काल में 40 फीसदी बढ़ी डिजिटल कनेक्टिविटी,लेकिन सिर्फ 10 फीसदी बच्चों को ही मिल पाई ऑनलाइन एजुकेशन : सर्वे

देश में कोविड-19 के दौरान डिजिटल कनेक्टिविटी तो 40 फीसदी बढ़ गई लेकिन इस दौरान स्कूल जाने वाले सिर्फ 20 फीसदी बच्चों तक ही रिमोट एजुकेशन की पहुंच रही. जिन 20 फीसदी बच्चों को रिमोट एजुकेशन दी गई, उनमें से ही आधे ही इसमें हिस्सा ले पाए. ICRIER और थिंक टैंक LIRNEAsia की ओर से डिजिटल पॉलिसी पर केंद्रित एक नए नेशनल सैंपल सर्वे से यह खुलासा हुआ है.

डिवाइस की कमी, खराब सिग्नल और महंगी पढ़ाई बनी चुनौती

शुक्रवार को जारी इस सर्वे में कहा गया है कि भले ही कोविड के दौरान डिजिटल कनेक्टिविटी में 40 फीसदी का इजाफा हुआ हो लेकिन डिवाइस की कमी, खराब सिग्नल और इस तरह की पढ़ाई महंगी होने की वजह से ज्यादातर स्टूडेंट रिमोट एजुकेशन का लाभ लेने से वंचित रह गए. यह सर्वे मार्च और अगस्त के बीच आमने-सामने की बातचीत के जरिये किया गया था. इसके तहत 7000 परिवारों का प्रतिनिधि सैंपल लिया गया था. सिर्फ केरल में यह सर्वे इसलिए नहीं किया गया क्योंकि वहां कोविड के बहुत ज्यादा केस थे.

सामाजिक-आर्थिक तौर पर कमजोर परिवारों के बच्चों की स्थिति सबसे खराब

Advertisment

कोविड से पहले स्कूल में दाखिल हुए 5 से 18 साल के 80 फीसदी बच्चों को स्कूल बंद होने के दौरान कोई एजुकेशनल सर्विस नहीं मिली. सामाजिक और आर्थिक तौर पर पिछड़े वर्ग के बच्चों में स्थिति और खराब रही. जिन 20 फीसदी बच्चों को रिमोट यानी इंटरनेट के जरिये शिक्षा मिली उनमें से सिर्फ 55 फीसदी के पास लाइव ऑनलाइन क्लास की एक्सेस थी. वहीं 68 फीसदी बच्चों की पहुंच रिकार्डेड ऑडियो या वीडियो पाठ तक थी. जिन परिवारों में बच्चों को रिमोट एजुकेशन मिल रही थी वहां भी एक तिहाई का कहना था स्कूल ऑनलाइन एजुकेशन देने के लिए ठीक से तैयार नहीं थे.

H-1B Visa Rules: अमेरिका में अब एच-1बी वीजाधारकों के परिवार को आसानी से मिलेगा काम, बाइडेन सरकार ने खत्म की बड़ी कानूनी अड़चन

डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ने के बावजूद चुनौतियां बरकरार

सर्वे के मुताबिक इस डिजिटल कनेक्टिविटी बढ़ने के बावजूद इस तरह की चुनौतियां देखने को मिली. 13 करोड़ लोग 2020-21 के दौरान ऑनलाइन हुए इससे देश में इंटरनेट यूजर्स की संख्या बढ़ कर 47 करोड़ तक पहुंच गई. जो आठ करोड़ लोग 2020 में ऑनलाइन हुए उनमें से 43 फीसदी ने कहा कि वे कोविड-19 से पैदा वजहों से इंटरनेट से जुड़े . 2017 में पंद्रह साल की उम्र से अधिक की आबादी के बीच इंटरनेट का इस्तेमाल 19 फीसदी था लेकिन 2020 -21 में यह बढ़ कर 47 फीसदी तक पहुंच गया.हालांकि सिर्फ 5 फीसदी लोगों के घरों में लैपटॉप है. जबकि 4 फीसदी के पास डेस्कटॉप है. बड़ी तादाद में लोगों ने स्मार्टफोन का सहारा लिया. लगभग 69 फीसदी परिवार के पास स्मार्टफोन है.

Digital India Jobs