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Mainpuri By-Election: डिंपल यादव होंगी मैनपुरी उपचुनाव में सपा उम्मीदवार, मुलायम सिंह यादव के निधन से खाली हुई है लोकसभा सीट

डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाये जाने पर भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि सपा कभी भी वंशवाद की राजनीति से बाहर नहीं आ सकती है.

डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाये जाने पर भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि सपा कभी भी वंशवाद की राजनीति से बाहर नहीं आ सकती है.

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FE Hindi Desk
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डिंपल यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और मुलायम सिंह यादव की बहु हैं.

Mainpuri By-Election: समाजवादी पार्टी ने मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए डिंपल यादव को पार्टी का प्रत्याशी बनाने का फैसला किया है. पार्टी की ओर से ट्वीट कर इसकी जानकारी दी गई. डिंपल यादव सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की पत्नी और मुलायम सिंह यादव की बहु हैं. मुलायम सिंह यादव के निधन से मैनपुरी लोकसभा सीट खाली है.

पार्टी ने ट्वीट कर दी जानकारी  

समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, "पार्टी ने डिंपल यादव को मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए उम्मीदवार घोषित किया है." मैनपुरी लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए 5 दिसंबर को वोटिंग होगी. वहीं इसका रिजल्ट गुजरात और हिमाचल प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के नतीजों के साथ घोषित किया जाएगा.

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भाजपा ने कसा तंज

डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाये जाने पर भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि सपा कभी भी वंशवाद की राजनीति से बाहर नहीं आ सकती है. भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि इस बार लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में हो रहे विकास कार्यों को देखकर भाजपा को वोट देंगे.

सपा का पलटवार

भाजपा के तंज पर पलटवार करते हुए सपा नेता और पूर्व एमएलसी राजपाल कश्यप ने कहा कि उनकी पार्टी की उम्मीदवार डिंपल यादव इस बार रिकॉर्ड अंतर से जीत हासिल करेंगी. कश्यप ने कहा, "मैनपुरी के लोगों ने हमेशा सपा का समर्थन किया है. नेताजी की मृत्यु के बाद लोग एक बार फिर पार्टी का समर्थन करेंगे और हमें उनकी सेवा करने का मौका देंगे."

वहीं शिवपाल यादव की पार्टी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी-लोहिया (पीएसपीएल) ने कहा कि इस सीट को लेकर अंतिम फैसला पार्टी नेतृत्व करेगा. मैनपुरी लोकसभा सीट पर डिंपल यादव की दावेदारी पर कांग्रेस और बसपा ने कोई भी प्रतिक्रिया नहीं दी है.

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मुलायम सिंह यादव का गढ़ है मैनपुरी

2019 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा के दिवंगत नेता मुलायम सिंह यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के प्रेम सिंह शाक्य पर 94 हजार से ज्यादा वोटों से हराया था. 2012 में कन्नौज से सपा सांसद रही डिंपल यादव 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक से हार गई थी. डिंपल यादव से पहले इस सीट के लिए मुलायम के पोते और मैनपुरी के पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को प्रत्याशी बनाये जाने की अटकले लगाई जा रही थी.

1996 से सपा के पास पर मैनपुरी सीट

मैनपुरी लोकसभा सीट पर 1996 से सपा का कब्जा है. इस सीट को मुलायम सिंह यादव का गढ़ माना जाता है. इस सीट पर चुनाव लड़कर डिंपल यादव अपने ससुर की विरासत को आगे ले जाने का प्रयास तो करेंगी ही. साथ ही सपा के कैडरों को एकजुट करने की भी कोशिश करेंगी. अखिलेश की करहल और शिवपाल यादव की जसवंत नगर के साथ ही मैनपुरी, भोगांव, किशनी विधानसभा सीट मैनपुरी संसदीय क्षेत्र का ही हिस्सा है. 2022 के विधानसभा चुनाव में यहां की 5 में से तीन सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि दो सीटों पर भाजपा ने अपना कब्जा किया था.

मैनपुरी लोकसभा क्षेत्र में जातीय समीकरण की बात की जाए, तो करीब 12.13 लाख वोटरों वाले इस क्षेत्र में 35 फीसदी यादव वोटरों की हिस्सेदारी है, जबकि बाकी में शाक्य, ठाकुर, ब्राह्मण, अनुसूचित जाति और मुस्लिम वोटर हैं. 

Akhilesh Yadav Samajwadi Party Election Commission