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Diwali day AQI : दिल्ली-एनसीआर में पाबंदी के बावजूद दिवाली की रात जमकर पटाखे जलाए गए, जिसके चलते कई इलाकों में पीएम 10 और पीएम 2.5 का स्तर काफी बढ़ गया. (Photo : ANI)
PM levels spike due to crackers, but Delhi sees best Diwali AQI in 8 years : देश की राजधानी में इस साल भी पाबंदी के बावजूद जमकर चले पटाखे. इसकी वजह से रविवार की रात प्रदूषण के स्तर में तेज बढ़ोतरी दर्ज की गई, फिर भी दिल्ली में दिवाली पर AQI का औसत स्तर पिछले 8 साल में सबसे बेहतर रहा. रविवार की रात पटाखों की वजह से दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों में PM 10 और PM 2.5 का स्तर भी तेजी से बढ़ गया. आधी रात के बाद उसमें कुछ सुधार देखने को मिला, लेकिन दिल्ली प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड (DPCC) के आंकड़ों के मुताबिक सोमवार की सुबह हालात फिर से काफी बिगड़े हुए नजर आए. इन आंकड़ों के मुताबिक सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर दिल्ली में पीएम 10 का स्तर 511 और पीएम 2.5 का स्तर 460 था. जबकि निर्धारित मानक के मुताबिक PM10 का स्तर 100 और PM2.5 का स्तर 60 से ज्यादा नहीं होना चाहिए.
दिल्ली में औसत AQI फिलहाल 'खराब' कैटेगरी में
कुल मिलाकर दिल्ली में 24 घंटे का औसत AQI फिलहाल 'खराब' की कैटेगरी में बना हुआ है. सोमवार की सुबह 8 बजे यह 283 था, जबकि रविवार की शाम 4 बजे यह 218 था. कुछ मॉनिटरिंग सेंटर्स पर सोमवार को सुबह 8 बजे 24 घंटे का औसत AQI 'बहुत खराब' की श्रेणी में था. मिसाल के तौर पर जहांगीरपुरी में वायु गुणवत्ता सूचकांक 341 और लोधी रोड पर 315 दर्ज किया गया. 301 से 400 तक औसत AQI 'बहुत खराब' की श्रेणी में माना जाता है.
रविवार रात पटाखों ने बिगाड़ा AQI
रविवार की दोपहर तक प्रदूषण का स्तर तुलनात्मक रूप से बेहतर स्थिति में था, लेकिन पटाखों की वजह से रात में इसके प्रति घंटा कन्संट्रेशन में तेज गिरावट देखने को मिली. कुछ जगहों पर पीएम 10 का एक घंटे का स्तर 24 घंटे के मानक से 15 से 16 गुना अधिक पाया गया. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम के निगरानी केंद्र में पीएम 10 का कन्संट्रेशन रात 2 बजे 1632 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर पर पहुंच गया, जबकि 24 घंटे के लिए निर्धारित मानक स्तर 100 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर है. दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (DPCC) के आंकड़ों के मुताबिक रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक यह स्तर 1000 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर से अधिक रहा, जो सोमवार की सुबह 8 बजे तक घटकर 467 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर हो गया.
इसी तरह, जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में एक घंटे में पीएम 2.5 का स्तर रविवार रात और सोमवार सुबह 24 घंटे के स्टैंडर्ड से 20 गुना अधिक था. पीएम 2.5 का कन्संट्रेशन रात 2 बजे 1423 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर पर पहुंच गया, जब 24 घंटे का मानक स्तर 60 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर है. सुबह 8 बजे तक यह स्तर घटकर 383 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर रह गया था. आरके पुरम में भी रविवार की रात प्रदूषण के स्तर में इसी तरह बेहिसाब बढ़ोतरी देखी गई. यहां शाम 7 बजे पीएम 10 का लेवल 165 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर था, जो रात 11 बजे तक बढ़कर 1380 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर पर जा पहुंचा. सोमवार की सुबह 8 बजे तक यह घटकर 405 माइक्रोग्राम/ क्यूबिक मीटर पर आ गया था.
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8 साल में दिवाली पर कब-कितना रहा AQI
दरअसल, पिछले सप्ताह वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण हुई बारिश ने शहर में जमा धूल, धुंध और धुएं जैसे प्रदूषण पैदा करने वाले कणों को साफ करने में मदद की थी. इसकी वजह से दिल्ली में दिवाली के दिन की वायु गुणवत्ता का स्तर पिछले 8 साल में सबसे बेहतर रहा. रविवार को शाम चार बजे 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 218 दर्ज किया गया जो 'खराब' श्रेणी में आता है. इसकी तुलना में पिछले साल दिवाली के दिन दिल्ली का एक्यूआई 312 था, जबकि 2021 में यह 382, 2020 में 414, 2019 में 337 और 2018 में 281 था. साल 2015 में दिवाली के दिन वायु गुणवत्ता सूचकांक 342, 2016 में 431 और 2017 में 319 रहा था.