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वीवो और उससे जुड़ी कंपनियों के ठिकानों पर प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत कार्रवाई हो रही है.
ED raids Vivo: जांच एजेंसी ईडी (ED) ने आज (5 जुलाई) स्मार्टफोन बनाने वाली दिग्गज कंपनी वीवो (Vivo) और इससे जुड़ीं कंपनियों पर छापेमारी की. ईडी ने मनी लांड्रिंग से जुड़े मामले में जांच के लिए देश भर में 44 स्थानों पर तलाशी ली. ईडी के अधिकारियों ने यह जानकारी दी है. केंद्रीय जांच एजेंसी की यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लांड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत हो रही है.
इंडियन एक्सप्रेस को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के मुताबिक ये छापे उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार और कुछ दक्षिणी राज्यों में मौजूद कंपनी के ठिकानों पर छापेमारी हुई. बता दें कि इससे पहले ईडी एक और चाइनीज स्मार्टफोन कंपनी शाओमी (Xiaomi) के खिलाफ सख्त कार्रवाई की थी.
ये है मामला
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक हाल ही में दिल्ली पुलिस (आर्थिक अपराध शाखा) ने जम्मू और कश्मीर की एजेंसी के एक डिस्ट्रीब्यूटर के खिलाफ केस दर्ज किया था जिसके बाद ईडी ने मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था. इसमें आरोप लगाया गया था कि उस कंपनी के कुछ चीनी शेयरहोल्डर्स ने फर्जी तरीके से अपने आइडेंटिटी डॉक्यूमेंट्स को बनाया. अब ईडी को शक है कि यह फर्जीवाड़ा शेल या फर्जी कंपनियों का इस्तेमाल करके अवैध रूप से कमाए गए धन की हेराफेरी करने के लिए की गई थी. इसमें से कुछ 'आपराधिक आय' को विदेश भेजा गया या भारतीय एजेंसियों को धोखा देकर कुछ अन्य कारोबार में लगा दिया गया.
दो साल पहले 13500 फोन एक ही IMEI के निकाले थे Vivo ने
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक करीब दो साल पहले वर्ष 2020 में मेरठ पुलिस ने वीवो के खिलाफ देश भर में एक ही आईएमईआई नंबर के 13,500 फोन चलाने के फर्जीवाड़े का मामला दर्ज किया था. इंटरनेशनल मोबाइल इक्विपमेंट आइडेंटिटी (IMEI) 15 अंकों का एक विशिष्ट नंबर होता जो हर स्मार्टफोन के लिए अलग-अलग होता है. वर्ष 2015 में दूरसंचार नियामक ट्राई द्वारा जारी निर्देशों के मुताबिक सभी स्मार्टफोन के आईएमईआई अलग-अलग होने चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो तीन साल तक की जेल हो सकती है.
इससे पहले एक और चाइनीन कंपनी पर हो चुकी है बड़ी कार्रवाई
चीन की किसी कंपनी के खिलाफ ईडी की यह दूसरी बड़ी कार्रवाई है. वीवो से पहले ईडी ने एक और स्मार्टफोन बनाने वाली कंपनी शाओमी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की थी. शाओमी के खिलाफ ईडी ने विदेशी मुद्रा के एक्सचेंज से जुड़े कानून FEMA के उल्लंघन के आरोप में कार्रवाई की थी. अप्रैल में ईडी ने इस मामले में फेमा एक्ट 1999 के तहत शाओमी के 5,551.27 करोड़ रुपये जब्त कर लिए थे.