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ED raids Delhi Minister: दिल्ली की केजरीवाल सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद के सरकारी आवास पर ईडी की छापेमारी के दौरान तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल के अधिकारी और जवान. (PTI Photo)
ED raids Delhi Minister Raaj Kumar Anand in PMLA case: दिल्ली की केजरीवाल सरकार के एक और मंत्री केंद्र सरकार की जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के निशाने पर आ गए हैं. ईडी ने गुरुवार को आम आदमी पार्टी के नेता और दिल्ली के सामाजिक कल्याण और अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री राजकुमार आनंद के करीब एक दर्जन ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की है. मंत्री के जिन ठिकानों पर छापेमारी की गई है, उनमें सिविल लाइंस का सरकारी आवास भी शामिल है. गुरुवार की सुबह करीब 7.30 बजे से शुरू हुई इस छापेमारी के दौरान ईडी की टीम के साथ केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (CRPF) के जवान भी मौजूद रहे.
कस्टम ड्यूटी चुराने, हवाला के जरिए लेनदेन जैसे आरोप
समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि केजरीवाल सरकार के मंत्री राजकुमार आनंद के खिलाफ ईडी की जांच प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट (PMLA) के तहत की जा रही है. यह जांच डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलिजेंस (DRI) द्वारा फाइल की गई एक चार्जशीट में लगाए गए आरोपों के आधार पर शुरू हुई है. DRI ने अपनी चार्जशीट में उन पर इंपोर्ट करते समय गलत जानकारी देकर 7 करोड़ रुपये से ज्यादा की कस्टम ड्यूटी की चोरी करने और हवाला के जरिए लेनदेन करने जैसे संगीन आरोप लगाए हैं. सूत्रों ने बताया कि हाल ही में एक स्थानीय अदालत ने DRI की प्रोसेक्यूशन कंप्लेंट (prosecution complaint) का संज्ञान लिया है, जिसके बाद ईडी ने आनंद और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ PMLA का केस दर्ज किया है. 57 साल के राजकुमार आनंद दिल्ली की केजरीवाल सरकार में कैबिनेट मंत्री के अलावा दिल्ली के पटेल नगर से आम आदमी पार्टी के विधायक भी हैं.
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जांच के दायरे में हैं केजरीवाल सरकार के कई मंत्री
राजकुमार आनंद केंद्रीय जांच एजेंसियों के निशाने पर आए केजरीवाल सरकार के पहले मंत्री नहीं हैं. पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया फरवरी से ही जेल में बंद हैं, जबकि एक और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन जेल में लंबे समय तक रहने के बाद फिलहाल खराब सेहत की वजह से जमानत पर बाहर हैं. इनके अलावा आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह भी जेल भेजे जा चुके हैं. खुद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को आज यानी गुरुवार 2 नवंबर को ही ईडी के सामने पेश होना था, लेकिन वे ईडी के समन को गैर-कानूनी और राजनीति प्रेरित बताकर मध्य प्रदेश में चुनाव प्रचार करने चले गए. इससे पहले केजरीवाल को ईडी का समन भेजे जाने के बाद आम आदमी पार्टी ने आशंका जाहिर की थी कि 2 नवंबर को पूछताछ के बाद ईडी उन्हें भी गिरफ्तार कर सकती है. आम आदमी पार्टी लगातार आरोप लगा रही है कि बीजेपी ईडी और सीबीआई जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों का इस्तेमाल करके उन्हें खत्म करना चाहती है. जबकि बीजेपी का कहना है कि केजरीवाल सरकार और उनकी पार्टी के नेता भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं, इसीलिए उनके खिलाफ कार्रवाई हो रही है, इसका राजनीति से कोई लेना-देना नहीं है.