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चुनावी यानी इलेक्टोरल बांड का इस्तेमाल व्यक्तियों, संस्थाओं और संगठनों द्वारा राजनीतिक दलों को चंदा देने के लिए किया जाता है.
Electoral Bonds: चुनावी यानी इलेक्टोरल बांड का इस्तेमाल व्यक्तियों, संस्थाओं और संगठनों द्वारा राजनीतिक दलों को चंदा देने के लिए किया जाता है. पोल राइट्स ग्रुप 'एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म' (एडीआर) ने खुलासा किया है कि वित्त वर्ष 2019-20 में राजनीतिक दलों ने 3429.56 करोड़ रुपये के बॉन्ड्स रिडीम किए और इसमें से 87.29 फीसदी सिर्फ चार राष्ट्रीय पार्टियों बीजेपी, कांग्रेस, टीएमसी और एनसीपी ने रिडीम किए. ये बॉन्ड्स पार्टियों की आय का बड़ा जरिया हैं और इसका अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि इन चारों पार्टियों की कुल आय का 62.92 फीसदी हिस्सा इलेक्टोरल बॉन्ड्स के जरिए डोनेशंस से हुआ था. वहीं दूसरी तरफ एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2020 में बीजेपी को जितनी आय हुई, उसमें से बीजेपी ने महज 45.57 फीसदी खर्च किए जबकि कांग्रेस ने आय से 46.31 फीसदी अधिक खर्च किए.
SBI (स्टेट बैंक ऑफ इंडिया) ने इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ी आरटीआई याचिका पर एडीआर को यह जानकारी दी है. हालांकि एक खास बात ये भी है कि सभी राजनीतिक व क्षेत्रीय पार्टियों ने खुलासा किया था कि उन्हें वित्त वर्ष 2019-20 में इलेक्टोरल बाॉन्ड्स से 3441.324 करोड़ रुपये मिले जबकि एसबीआई के मुताबिक यह आंकड़ा 3429.56 करोड़ रुपये का है. एडीआर के मुताबिक राशि में यह अंतर पार्टियों द्वारा अपनी ऑडिट रिपोर्ट में फंड को दिखाने के चलते हो सकता है.
सभी अधिक डोनेशन बीजेपी को मिले, आय का बड़ा जरिया
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक सात राष्ट्रीय पार्टियों (बीजेपी, कांग्रेस, सीपीएम, एनसीपी, बीएसपी, एआईटीसी और सीपीआई) ने 4758.21 करोड़ रुपये की आय घोषित की थी. डोनेशंस या कांट्रिब्यूशंस से सबसे अधिक आय बीजेपी को हुई. एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 2020 में बीजेपी को डोनेशंस/कांट्रिब्यूशंस से 3427.78 करोड़ रुपये, कांग्रेस को 469.39 करोड़ रुपये, तृणमूल कांग्रेस को 108.55 करोड़ रुपये, सीपीएम को 93.02 करोड़ रुपये और सीपीआई को 3.02 करोड़ रुपये मिले.
बीजेपी, कांग्रेस, टीएमसी और एनसीपी को अपनी आय का 62.92 फीसदी हिस्सा (2993.83 करोड़ रुपये) इलेक्टोरल बॉन्ड्स के जरिए डोनेशंस से मिला था. रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी को 2,555 करोड़ रुपये, कांग्रेस को 317.86 करोड़ रुपये, टीएमसी को 100.46 करोड़ रुपये और एनसीपी को 20.50 करोड़ रुपये मिले. पार्टियों ने अपनी आय का अधिक हिस्सा इलेक्शन, आम प्रोपगंडा और एडमिनिस्ट्रेटिव पर किया.
पार्टियों की आय-खर्च को लेकर ये है स्थिति
- एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक बीजेपी ने वित्त वर्ष 2020 में 3623.28 करोड़ रुपये की आय घोषित की लेकिन इसमें से महज 45.57 फीसदी यानी 1651.02 करोड़ रुपये खर्च किए. वित्त वर्ष 2018-19 से वित्त वर्ष 2019-20 में बीजेपी की आय में 50.34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई.
- कांग्रेस को वित्त वर्ष 2020 में 682.21 करोड़ रुपये की आय हुई थी लेकिन उसका खर्च 998.16 करोड़ रुपये रहा. यानी कांग्रेस ने आय से 46.31 फीसदी अधिक खर्च किया. कांग्रेस की आय FY20 में उसके पिछले वित्त वर्ष के मुकाबले 25.69 फीसदी कम रही.
- टीएमसी ने इस अवधि में 143.68 करोड़ रुपये की आय घोषित की. इसमें से टीएमसी ने 74.67 फीसदी यानी 107.28 करोड़ रुपये खर्च किए.