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केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे किसानों ने KMP-KGP एक्सप्रेसवे को जाम करके सरकार को चेतावनी दी है. किसान संगठनों ने अप्रैल के महीने में आंदोलन तेज करने के लिए कई कार्यक्रम घोषित किए हैं. (Express photo: गजेंद्र यादव)
Farmer Protest Against Farm Law Updates:किसान संगठनों ने केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में अपना प्रदर्शन एक बार फिर से तेज़ करते हुए कुंडली-मनेसर-पलवल (KMP) और कुंडली-गाज़ियाबाद-पलवल (KGP) एक्सप्रेसवे जाम कर दिए हैं. किसानों ने यह चक्काजाम आंदोलन आज सुबह से 24 घंटे तक जारी रखने का एलान किया है. संयुक्त किसान मोर्चा का कहना है कि उनका यह आंदोलन केंद्र सरकार के लिए एक चेतावनी है.
22 जनवरी के बाद सरकार से कोई बात नहीं हुई : राकेश टिकैत
इस बीच किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि 22 जनवरी के बाद से अब तक सरकार ने आंदोलन कर रहे किसानों के साथ बातचीत की कोई पहल नहीं की है. पिछले 77 दिनों के दौरान दोनों पक्षों के बीच कोई संवाद नहीं हुआ है. केंद्र सरकार के बनाए तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर लगातार धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं.
13 अप्रैल को जालियांवाला बाग कांड की बरसी और 14 अप्रैल को अंबेडकर जयंती मनाएंगे
किसानों ने दिल्ली की सीमाओं पर 13 अप्रैल को जालियांवाला बाग नरसंहार की बरसी मनाने का एलान भी किया है. इसी दिन वे खालसा पंथ की स्थापना का दिन भी मनाएंगे. इसके बाद 14 अप्रैल को किसान संगठन बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की जयंती भी मनाएंगे. किसानों ने अंबेडकर जयंती को ‘संविधान बचाओ दिवस’ और ‘किसान बहुजन एकता दिवस’ के तौर पर मनाने की घोषणा की है. इस मौके पर संयुक्त किसान मोर्चा के सभी मंचों का संचालन बहुजन समाज से जुडे़ आंदोलनकारी करेंगे. मंच पर भाषण देने वाले सभी वक्ता भी बहुजन समाज से ही होंगे.
बीजेपी नेताओं के खिलाफ शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रहे : एसकेएम
संयुक्त किसान मोर्चा ने सभी किसानों और दलित-बहुजन आंदोलनकारियों से अपील की है कि वे बीजेपी नेताओं के खिलाफ अपना शांतिपूर्ण आंदोलन जारी रखें. मोर्चा ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के नेता नफरत और लोगों को आपस में बांटने वाली भावनाएं फैलाने में लगे हैं. मोर्चा ने कहा है कि 14 अप्रैल को हरियाणा के उपमुख्यमंत्री जानबूझकर कैथल में एक कार्यक्रम आयोजित करने जा रहे हैं. संगठन ने किसानों और दलित-बहुजन आंदोलनकारियों से इस कार्यक्रम का बड़े पैमाने पर शांतिपूर्ण विरोध करने की अपील की है.
24 अप्रैल को आंदोलन के 150 दिन पूरे होने पर विशेष आयोजन
किसान संगठनों ने आंदोलन में स्थानीय स्तर पर शामिल हो रहे देश भर के हज़ारों आम लोगों की भागीदारी और समर्पण का सम्मान करने के लिए 18 अप्रैल को एक विशेष आयोजन करने का एलान भी किया है. इसके बाद किसान 24 अप्रैल को आंदोलन के 150 दिन पूरे होने पर भी खास समारोह करेंगे. उन्होंने एलान किया है कि यह विशेष आयोजन पूरे एक हफ्ते तक चलेंगे. इससे पहले किसान संगठन मई के पहले पखवाड़े में संसद तक पैदल मार्च करने का एलान भी कर चुके हैं. हालांकि इसकी तारीख अब तक घोषित नहीं की गई है.