scorecardresearch

Farmers Income: 10 साल में 2.5 गुना तक बढ़ी है MSP; गेहूं, धान सहित फसलों की पूरी लिस्ट

Farmers' Income Double 2022: पिछले दस वर्षों में कुछ फसलों की एमएसपी में ढाई गुने से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.

Farmers' Income Double 2022: पिछले दस वर्षों में कुछ फसलों की एमएसपी में ढाई गुने से अधिक की बढ़ोतरी हुई है.

author-image
Jeevan Deep Vishawakarma
New Update
Farmers Income Double 2022 msp price of some crops increased almost double in last ten years

पीएम मोदी ने पहली बार 28 फरवरी 2016 को बरेली में आयोजित एक किसान रैली में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा था.

Farmers' Income Double 2022: केंद्र सरकार किसानों की आय 2022 तक दोगुनी करने का लक्ष्य लेकर चल रही है. चार साल पहले किसानों की एक रैली में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था कि 2022 में देश अपनी स्वतंत्रता की 75वीं सालगिरह मनाएगा और इस अवसर पर वह किसानों की आय दोगुनी करने की योजना पर काम कर रहे हैं. 2022 आने में अब महज दो साल बचे हैं. अभी तक किसानों की आय को लेकर यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि उनकी आय में कितनी बढ़ोतरी हुई है. हालांकि अगर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की बात करें तो पिछले दस साल में कुछ फसलों की एमएसपी 2.5 गुना से 3 गुना तक बढ़ी है.

उदाहरण के तौर पर ज्वार मालदंडी की एमएसपी में पिछले दस वर्षों में 2.93 गुना और सोयाबीन पीला का एमएसपी में 2.69 गुने की बढ़ोतरी हुई है. धान को लें तो 2010-11 में सामान्य धान की न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 1 हजार रुपये प्रति कुंतल थी जो 2020-21 में 1868 रुपये प्रति कुंतल हो गई. ग्रेड ए के धान की बात करें तो इसकी एमएसपी 2010-11 में 1030 रुपये प्रति कुंतल से बढ़कर 2020-21 में 1868 रुपये प्रति कुंतल हो गई.

कुछ फसलों की MSP में 2.5 गुने से अधिक बढ़ोतरी

Advertisment

पिछले दस वर्षों में कुछ फसलों की एमएसपी में ढाई गुने से अधिक की बढ़ोतरी हुई है. ज्वार मालदंडी की एमएसपी में पिछले दस वर्षों में 2.93 गुना और सोयाबीन पीला का एमएसपी में 2.69 गुने की बढ़ोतरी हुई है. वहीं रागी की एमएसपी पिछले दस वर्ष में 3.41 गुना बढ़ी है.

Farmers Income Double 2022 msp price of some crops increased almost double in last ten years

गेहूं और धान की एमएसपी में डेढ़ गुने की बढ़ोतरी

पिछले दस वर्षों में गेहूं और धान की एमएसपी में अधिक बढ़ोतरी नहीं हुई है. 2010-11 में प्रति कुंतल ए ग्रेड धान की एमएसपी 1030 रुपये थी जो 2020-21 में बढ़कर 1888 रुपये हो गई यानी महज 1.34 गुने की बढ़ोतरी हुई. गेहूं की बात करें तो 2010-11 में इसकी एमएसपी 1120 रुपये प्रति कुंतल थी जो 2020-21 में 1.76 गुना बढ़कर 1975 रुपये हो गई. मोदी सरकार आने के बाद से गेहूं की एमएसपी में 1.36 गुना और ए ग्रेड धान की एमएपसपी में 1.83 गुने की बढ़ोतरी हुई.

2022 तक दोगुनी आय के लिए समिति का गठन

पीएम मोदी ने पहली बार 28 फरवरी 2016 को बरेली में आयोजित एक किसान रैली में 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा था. इसे लेकर अगले ही साल 13 अप्रैल 2017 को एक इंटर-मिनिस्ट्रियल कमेटी का गठन किया गया था. इस समिति के मुताबिक 2015-16 के आधार वर्ष के आधार पर किसानों की आय 2022 तक दोगुना करने के लिए हर साल कृषि आय में 10.4 फीसदी की बढ़ोतरी करनी होगी.

इस समिति ने अपनी रिपोर्ट के लिए कृषि क्षेत्र के छह और कृषि क्षेत्र से बाहर के एक मानक पर फोकस किया. कृषि क्षेत्र के 6 मानक- फसल उत्पादकता में सुधार, पशुओं (लाइवस्टॉक) की उत्पादकता में सुधार, रिसोर्स यूज एफिशिएंसी, क्रॉपिंग इंटेसिंटी में बढ़ोतरी, हाई वैल्यू वाली फसलों की तरफ डाइवर्सिफिकेशन और किसानों को मिलने वाले भाव में सुधार रहे. इसके अलावा रिपोर्ट के लिए कृषि सेक्टर से बाहर के एक मानक पर फोकस किया गया, कृषि से गैर-कृषि पेशे में शिफ्ट होना.

Farmers In India Narendra Modi