/financial-express-hindi/media/post_banners/KT1Amsv1ME8Dt5irQZHG.jpg)
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का विरोध-प्रदर्शन सोमवार को 19वें दिन भी जारी रहा.
Farmers' Protest: केंद्र की तरफ से लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का विरोध-प्रदर्शन सोमवार को 19वें दिन भी जारी रहा. सोमवार को दिल्ली से लगी अलग-अलग सीमाओं पर किसान नेता भूख हड़ताल पर बैठे. दिल्ली-यूपी की गाजीपुर सीमा पर किसान नेता सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक भूख हड़ताल पर रहेंगे. टिकरी बॉर्डर, सिंघू बॉर्डर पर भी नेता भूख हड़ताल पर हैं. किसान नेताओं का कहना है कि सभी जिला मुख्यालयों पर विरोध प्रदर्शन शुरू होगा. दिल्ली बॉर्डर पर और अधिक लोग प्रदर्शन में शामिल होंगे. वहीं, पंजाब के 32 किसान संगठनों की तरफ से बुलाई गई भूख हड़ताल से भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्रहण) ने अपने को अलग कर लिया है.
आल इंडिया किसान सभा, पंजाब के कार्यकारी अध्यक्ष बालकिरण सिंह बरार का कहना है कि हमारी मांगों पर केंद्र का रवैया अड़ियल है. हम अपनी बात रखने का एक और प्रयास करेंगे. भारतीय किसान यूनियन, हरियाणा के प्रेसिडेंट गुरनाम सिंह चाडुनी का कहना है कि केंद्र और बीजेपी एमएसपी पर सभी लोगों को गुमराह कर रहे हैं. गृह मंत्री अमित शाह ने 8 दिसंबर की बैठक में साफ कहा था कि केंद्र 23 फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर नहीं खरीद सकता, क्यों कि इसकी लागत करीब 17 लाख करोड़ रुपये लाएगी. ऐसे में हमारे लिए एमएसपी का क्या मतलब है.
उत्तर प्रदेश में कृषि कानूनों के विरोध में किसान नेता दलित प्रेरणा स्थल पर भूख हड़ताल पर बैठे. भारतीय किसान यूनियन लोकशक्ति के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा, "सरकार किसानों को आंदोलन में कुछ नया करने के लिए मजबूर न करे और जल्दी हमारी मांग मान ले."
दिल्ली सीएम, डिप्टी सीएम भी भूख हड़ताल पर
नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों के समर्थन में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को एक दिन का व्रत रखने की घोषणा की है. उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन, गोपाल राय और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भूख हड़ताल पर बैठे. दिल्ली के मुख्यमंत्री का कहना है कि केंद्र सरकार को तुरंत किसानों की सभी मांगें मान लेनी चाहिए और एमएसपी की गारंटी देने वाला एक विधेयक लाना चाहिए. केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ''उपवास पवित्र होता है. आप जहां हैं, वहीं हमारे किसान भाइयों के लिए उपवास कीजिए. प्रभु से उनके संघर्ष की सफलता की प्रार्थना कीजिए. अंत में किसानों की अवश्य जीत होगी.''