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Image: AP
Farmers' Protest: तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में लगातार आंदोलन कर रहे किसान सोमवार को एक बार फिर भूख हड़ताल करने जा रहे हैं. यह बात स्वराज इंडिया के चीफ योगेन्द्र यादव ने कही है. वहीं किसान नेता जगजीत सिंह डालेवाला ने कहा है कि किसान 25 से 27 दिसंबर तक हरियाणा में हाइवेज पर टोल कलेक्शन नहीं होने देंगे. आगे कहा कि वह हर किसी से अपील करते हैं कि 27 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात रेडियो प्रोग्राम के दौरान अपने-अपने घरों में तब तक थाली बजाएं, जब तक प्रोग्राम खत्म नहीं हो जाता.
बता दें कि किसानों ने 14 दिसंबर को भी एक दिनी भूख हड़ताल की थी. योगेन्द्र यादव ने कहा कि यह भूख हड़ताल उन सभी जगहों पर होगी, जहां प्रदर्शन चल रहे हैं. भूख हड़ताल की शुरुआत सिंघू बॉर्डर पर 11 लोगों की टीम करेगी. उन्होंने पूरे देश में कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे सभी लोगों से प्रदर्शन वाली जगह पर इस भूख हड़ताल में शामिल होने की अपील की है.
23 दिसंबर को किसान दिवस
भारतीय किसान यूनियन के चीफ राकेश टिकैत ने कहा है कि 23 दिसंबर को किसान दिवस मनाया जाता है. इसलिए वह लोगों से अपील करेंगे कि इस दिन वे एक वक्त का खाना छोड़ें. राजधानी दिल्ली के विभिन्न बॉर्डर्स पर हजारों की संख्या में किसान पिछले 4 सप्ताह से अधिक समय से लगातार नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. उनका कहना है कि ये कानून कृषि विरोधी हैं और इन्हें वापस लिया जाए.
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एक या दो दिन में कृषि मंत्री की मुलाकात
इस बीच गृह मंत्री अमित शाह ने घोषणा की है कि किसानों का आंदोलन खत्म करने के लिए कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर प्रदर्शनकारी किसानों से एक या दो दिन में मुलाकात कर सकते हैं. शाह रविवार को पश्चिम बंगाल में थे. उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि मुझे बैठक की सटीक टाइमिंग तो नहीं पता है लेकिन कृषि मंत्री किसानों के प्रतिनिधियों से सोमवार या मंगलवार को मिल सकते हैं. बता दें कि सरकार और किसान नेताओं के बीच हुई पिछले कई दौरों की बातचीत बेनतीजा रही है.