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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने बुधवार को पब्लिक सेक्टर बैंकों (PSBs) की डोरस्टेप बैंकिंग सर्विस पहल को लॉन्च किया. इससे ग्राहकों के लिए अपने घर पर बैंकिंग सर्विसेज पाना आसान हो जाएगा. यह पहल 'इन्हैंसड एक्सेस एंड सर्विस एक्सीलेंस (EASE) सुधारों का हिस्सा है, जिन्हें वित्तीय सेवा विभाग ने 2018 में पेश किया था.
अभी ग्राहकों को घर पर केवल नॉन फाइनेंशियल सर्विसेज जैसे चेक/डिमांड ड्राफ्ट/पे ऑर्डर आदि का पिक अप, फॉर्म 15G/15H का पिक अप, IT/GST चालान का पिक अप, अकाउंट स्टेटमेंट रिक्वेस्ट, टर्म डिपॉजिट रसीद की डिलीवरी आदि ही मुहैया हैं. वित्तीय सेवाएं अक्टूबर 2020 से उपलब्ध होंगी. PSBs के ग्राहक मामूली चार्ज पर इन्हें घर बैठे हासिल कर सकेंगे. सीनियर सिटीजन व दिव्यांग सहित सभी को डोर स्टेप बैंकिंग का लाभ मिलेगा.
इनके जरिए होगा संभव
वित्त मंत्रालय ने बयान में कहा कि PSB की डोरस्टेप बैंकिंग पहल में ग्राहक सुविधा शीर्ष प्राथमिकता होगी. ग्राहकों को कॉल सेंटर के यूनिवर्सल टच प्वॉइंट्स, वेब पोर्टल या मोबाइल ऐप से उनके घर पर बैंकिंग सर्विसेज मुहैया होंगी. इन्हें देश में 100 सेंटर्स पर चुनिंदा सर्विस प्रोवाइडर्स द्वारा नियुक्त किए गए डोरस्टेप बैंकिंग एजेंट्स द्वारा उपलब्ध कराया जाएगा.
अर्थव्यवस्था को उबारने में बैंक उत्प्ररेक
डोर स्टेप बैंकिंग पहल को लॉन्च करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अर्थव्यवस्था को उबारने में बैंकों की भूमिका उत्प्ररेक की होगी क्योंकि वे अपने ग्राहक की हर नब्ज पहचानते हैं. बैंकों को अपने मूल काम पर आत्ममंथन करने और कल्याण पर ध्यान देने की जरूरत है. बैंकों को अपना मूल काम नहीं भूलना चाहिए, जो लोगों को ऋण देना और उससे पैसा कमाना है. यह पूर्णतया कानून सम्मत है. साथ ही सरकारी बैंक होने के नाते आपको कुछ काम कल्याण का भी करना चाहिए जो सरकार की घोषणाओं से जुड़ा हो. सीतारमण ने आगे कहा कि निजी क्षेत्र के बैंकों की भी जिम्मेदारी है कि वे सरकारी योजनाओं को लागू करें.