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Image: PTIवित्त मंत्रालय की CPSE और भारत-22 एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) का अगला चरण चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही यानी जनवरी-मार्च में लाने की योजना है. सरकार चालू वित्त वर्ष में एक लाख करोड़ रुपये का महत्वाकांक्षी विनिवेश लक्ष्य पाने के लिए यह कदम उठा रही है. सूत्रों ने बताया कि पहली तीन तिमाहियों में विनिवेश प्रक्रिया से प्राप्ति के आधार पर ETF के अगले चरण पर फैसला किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, इसी के आधार पर यह तय किया जाएगा कि चालू वित्त वर्ष के विनिवेश लक्ष्य को हासिल करने के लिए ETF से कितनी राशि जुटाने की जरूरत है.
CPSE ETF
CPSE ETF को पहली बार मार्च 2014 में पेश किया गया था. उसके बाद से पांच बार जनवरी-2017, मार्च-2017, नवंबर-2018, मार्च-2019 और जुलाई-2019 में इसे लाया जा चुका है. सरकार ने जुलाई में सीपीएसई ETF के आखिरी चरण से 11,500 करोड़ रुपये जुटाए थे. ETF सार्वजनिक क्षेत्र की 11 कंपनियों में निवेश करता है. इसमें ONGC, कोल इंडिया, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन, ऑयल इंडिया, गेल, इंजीनियर्स इंडिया लि. और कंटेनर कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया शामिल हैं.
Bharat-22 ETF
Bharat-22 ETF को पहली बार 2017 में पेश किया गया था. इससे सरकार को लगभग 40000 करोडत्र रुपये जुटाने में मदद मिली थी. इस ETF का चौथा चरण अक्टूबर में आथा था, जो 2000 करोड़ रुपये के बेस इश्यू साइज से 12 गुना ज्यादा सब्सक्राइब हुआ था. Bharat-22 ETF का हिस्सा सेंट्रल पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइजेज हैं, जिनमें ONGC, IOC, SBI, BPCL, कोल इंडिया और नाल्को शामिल हैं. इसके अलावा भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, इंजीनियर्स इंडिया, NBCC, NTPC, NHPC, SJVNL, GAIL, PGCIL, NLC India, Axis Bank, ITC, REC, PFC, बैंक ऑफ बड़ौदा, इंडियन बैंक और L&T अन्य घटक हैं.
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