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चालू वित्त वर्ष में GDP ग्रोथ निगेटिव या शून्य के करीब रहेगी: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण

वित्त मंत्री ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों को खोले जाने के साथ मैक्रो इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में सुधार दिखाई दे रहा है.

वित्त मंत्री ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों को खोले जाने के साथ मैक्रो इकोनॉमिक इंडिकेटर्स में सुधार दिखाई दे रहा है.

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PTI
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She also said that Rs 10,200 crore additional budget outlay will be provided towards capital and industrial expenditure for domestic defence equipment, industrial incentives and infrastructure and green energy

Nirmala Sitharaman will start her pre-budget consultations from Dec 14, 2020.

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को कहा कि अर्थव्यवस्था में अब सुधार के संकेत दिखने लगे हैं. हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर में गिरावट होगी या फिर शून्य के करीब रहेगी. उन्होंने कहा कि 2020-21 की पहली तिमाही में अर्थव्यवस्था में 23.9 फीसदी की जबरदस्त गिरावट आई है, जिससे पूरे वित्त वर्ष के दौरान जीडीपी की वृद्धि दर नकारात्मक या शून्य के करीब रहेगी.

सेरा वीक के भारत ऊर्जा फोरम को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार ने कोरोना वायरस महामारी की वजह से 25 मार्च से सख्त ‘लॉकडाउन’ लगाया था क्योंकि लोगों के जीवन को बचाना ज्यादा जरूरी था. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से ही हम महामारी से निपटने के लिए तैयारियां कर सके.

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अर्थव्यवस्था में रिकवरी की उम्मीद

वित्त मंत्री ने कहा कि आर्थिक गतिविधियों को खोले जाने के साथ वृहद आर्थिक संकेतकों में सुधार दिखाई दे रहा है. सीतारमण ने कहा कि त्योहारी सीजन से अर्थव्यवस्था को और रफ्तार मिलने की उम्मीद है. ‘‘इससे चालू वित्त वर्ष की तीसरी और चौथी तिमाही में वृद्धि दर सकारात्मक रहने की उम्मीद है.’’

उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर 2020-21 में जीडीपी की वृद्धि दर नकारात्मक या शून्य के करीब रहेगी. वित्त मंत्री ने कहा कि अगले वित्त वर्ष से वृद्धि दर में सुधार होगा. उन्होंने कहा कि सरकार का जोर सार्वजनिक खर्च के जरिये आर्थिक गतिविधियां बढ़ाने पर है.

Nirmala Sitharaman