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दिल्ली के सीएम ने निशुल्क शिक्षा और इलाज को 'फ्रीबी' न कहने की अपील की है.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने निशुल्क शिक्षा और इलाज को 'फ्रीबी' न कहने की अपील की है. स्वतंत्रता दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि अगर भारत को अमीर देश बनाना है, नम्बर वन बनाना है तो सबसे पहले सभी बच्चों के लिए क्वालिटी युक्त फ़्री शिक्षा और हर भारतीय के लिए अच्छी फ़्री इलाज की सुविधा करनी होगी. उन्होंने ये भी बताया कि ये काम केवल 5 साल में हो सकता है. छत्रसाल स्टेडियम में सोमवार को अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि बच्चे अच्छे पढ़ लिख गए तो एक पीढ़ी में ग़रीबी दूर हो जाएगी. दिल्ली के सीएम ने बताया कि इस काम को करने के लिए कोई शोर्ट्कट नहीं है.
यूपी के जालौन में बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी द्वारा रेवड़ी कल्चर को लेकर दिए बयान पर पलटवार करते हुए दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने कहा कि लोगों को अच्छा इलाज देना फ्रीबी यानी रेवड़ी नहीं है. उन्होंने आगे कहा कि हमारा 130 करोड़ लोगों का परिवार है. हमें संकल्प लेना है कि कोई भी बीमार हो, तो देश उसका इलाज फ़्री में कराएगा. जैसे दुनिया के सभी अमीर देश अपने लोगों का फ़्री में इलाज कराते हैं. केजरीवाल ने कहा कि भारत को भी अमीर देश बनाना है, तो मुफ़्त इलाज का इंतज़ाम करना पड़ेगा.
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“शिक्षा” को “ फ्रीबी” न कहें- सीएम केजरीवाल
दिल्ली के सीएम ने अपील की कि निशुल्क शिक्षा को फ्रीबी यानी रेवड़ी न कहें. अमेरीका, कनाडा, जर्मनी, फ्रांस और डेनमार्क जैसे अमीर देशों का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि इन देशों में बच्चों को निशुल्क शिक्षा (Free Education) दी जाती है. यही कारण है कि आज ये सभी देश अमीर बने हैं. आगे सीएम ने कहा कि अगर हमने देश के 27 करोड़ बच्चों के लिए अच्छी शिक्षा का इंतज़ाम कर दिया तो एक पीढ़ी में भारत की.
सवाल उठाते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा कि क्या ग़रीब का बच्चा सरकारी स्कूल में पढ़कर डॉक्टर और इंजीनियर का ख़्वाब देख सकता है? उन्होंने बताया कि आज दिल्ली में रहने वाला बच्चा डॉक्टर और इंजीनियर बनने का सपना देख सकता है. दिल्ली गवर्नमेंट स्कूल के खुशाल गर्ग का जिक्र करते हुए सीएम ने कहा कि इनका एडमिशन एम्स (AIIMS) में हुआ है लेकिन खुशाल के पिता कारपेंटर यानी बढ़ई का काम करते हैं. इसके आलावा प्लंबर के बेटे संबित गौर का आईआईटी (IIT) में एडमिशन होने की बात कही है. सीएम ने कहा कि ऐसा कदम उठाने से ग़रीबी दूर हो जाएगी और भारत एक अमीर देश बन जाएगा.
पांच साल में ठीक हो जाएगा देश का एजुकेशन सिस्टम - केजरीवाल
दिल्ली के सीएम ने कहा कि आज देश में सरकारी स्कूलों के 17 करोड़ बच्चों का भविष्य अंधकार में है. दिल्ली जैसा चमत्कार पूरे देश में हो सकता है. हमें हर बच्चे के लिए फ्री क्वालिटी एजुकेशन के इंतज़ाम का संकल्प लेना होगा. पूरे देश का सिस्टम ठीक करना हैं और ये 5 साल में हो सकता है.
पीएम के रेवड़ी वाले बयान पर दिल्ली के डिप्टी सीएम ने दिया जवाब
रेवड़ी वाले बयान के जवाब में दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने 15 अगस्त के दिन कहा कि पीएम मोदी- अच्छी शिक्षा और अच्छे इलाज को रेवड़ी यानी 'फ्रीबी' कहकर मज़ाक ना उड़ाए. इसके बिना एस्पाइरेशनल सोसाइटी (Aspirational Society) नहीं बन सकती. सोमवार को डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा कि सीएम केजरीवाल ने देश को खाका यानी ब्लूप्रिंट दे दिया है. उन्होंने अपील की दिल्ली का सीएम केजरीवाल के साथ मिलकर डिस्कस करके, इस ब्लूप्रिंट को पूरे देश में अमल में लाएं. केवल पांच साल में देश की तस्वीर बदल जाएगी.
यूपी के जालौन में रेवड़ी कल्चर कहकर विरोधियों पर पीएम मोदी ने साधा था निशाना
बता दें कि, करीब एक महीने पहले यूपी के जालौन में बुंदेलखण्ड एक्सप्रेस-वे के उद्घाटन के मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में मुफ्त की रेवड़ी बांटकर वोट बटोरने का कल्चर लाने की कोशिश हो रही है. ये रेवड़ी कल्चर देश के विकास के लिए बहुत घातक है. इस रेवड़ी कल्चर से देश के लोगों को बहुत सावधान रहना है. यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर हमला बोते हुए मोदी ने कहा था कि रेवड़ी कल्चर वाले कभी आपके लिए नए एक्सप्रेसवे नहीं बनाएंगे, नए एयरपोर्ट या डिफेंस कॉरिडोर नहीं बनाएंगे. रेवड़ी कल्चर वालों को लगता है कि जनता जनार्दन को मुफ्त की रेवड़ी बांटकर, उन्हें खरीद लेंगे. हमें मिलकर उनकी इस सोच को हराना है, रेवड़ी कल्चर को देश की राजनीति से हटाना है. हम कोई भी फैसला लें, निर्णय लें, नीति बनाएं, इसके पीछे सबसे बड़ी सोच यही होनी चाहिए कि इससे देश का विकास और तेज होगा. हर वो बात, जिससे देश को नुकसान होता है, देश का विकास प्रभावित होता है, उसे हमें दूर रखना है.