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अब सिर्फ बारहवीं बोर्ड के नंबरों के आधार पर ही अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में प्रवेश नहीं होगा बल्कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (CUET) की मेरिट को आधार बनाया जाएगा. (File Photo)
CUET UG 2022: हाल ही में सेंट्रल यूनिवर्सिटीज के अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में एडमिशन के लिए एंट्रेस टेस्ट का नया प्रारूप तय किया. इसके तहत सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों के स्नातक कोर्सेज में प्रवेश एक कॉमन एंट्रेस टेस्ट के जरिए होगा. इसका व्यापक असर पड़ने वाला है क्योंकि अब सिर्फ बारहवीं बोर्ड के नंबरों के आधार पर ही अंडरग्रेजुएट कोर्सेज में प्रवेश नहीं होगा बल्कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (CUET) की मेरिट को आधार बनाया जाएगा. ऐसे में दिल्ली विश्वविद्यालय में इस बार स्नातक कोर्सेज में प्रवेश किस तरह होगा, इससे जुड़े सभी सवालों के जवाब यहां पा सकते हैं.
सीयूईटी पेपर पैटर्न
- सीयूईटी कंप्यूटर बेस्ड एग्जाम होगा और यह तीन सेक्शन में होगा.
- पहले सेक्शन में कंप्रेहेंसिव पैसेजेज के जरिए कैंडिडेट के लैंगुएज स्किल का परीक्षण किया जाएगा. कैंडिडेट को मल्टीपल-च्वाइस प्रश्नों का जवाब देना होगा. इस सेक्शन में दो हिस्से हैं- 1ए और 1बी. कैंडिडेट्स को 1ए के सवालों का जवाब हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, मराठी, उर्दू, असमिया, बंगाली, ओडिया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, कन्नड और मलयालम में से किसी एक भाषा में देना होगा. वहीं 1बी सिर्फ उन कैंडिडेट्स के लिए है जो अपने अंडरग्रेजुएट डिग्री को नेपाली, फ्रेंच, जर्मन, फारसी, इटैलियन, स्पैनिश, रसियन, अरबी, सिंधी, कश्मीरी, कोंकणी, बोडो, डोगरी, मैथिली, मणिपुरी, संथाली, तिब्बती, जापानी और चाइनीज में से किसी एक या अधिक भाषा में करना चाहते हैं.
- दूसरे सेक्शन में स्टूडेंट के विषय ज्ञान का परीक्षण किया जाएगा. इसमें 27 डोमेन विषयों को शामिल किया गया है जिसमें से छह विषयों तक चुना जा सकता है. स्टूडेंट्स बॉयोलॉजी/बॉयोलॉजिकल स्टडीज/बॉयोटेक/बॉयोकेमिस्ट्री, केमिस्ट्री, इतिहास, गृह विज्ञान, लीगल स्टडीज, पर्यावरणीय अध्ययन, गणित, फिजिक्स, बिजनेस स्टडीज, अकाउंटेंसी/बुककीपिंग, कंप्यूटर साइंस,/इंफॉर्मेटिक्स प्रैक्टिसेज, इकनॉमिक/बिजनेस इकनॉमिक्स, भूगोल-भूगर्भ विज्ञान, राजनीति विज्ञान, मनोविज्ञान, एंथ्रॉपलॉजी, संस्कृत, फाइन आर्ट्स/वर्चुअल आर्ट्स (स्कल्प्चर/पेंटिंग)/कॉमर्शियल आर्ट्स, इंजीनियरिंग ग्राफिक्स, ई टीचिंग एप्टीट्यूड, एग्रीकल्चर, मास मीडिया/मास कम्यूनिकेशन, एंटरप्रेन्योरिशप, नॉलेज ट्रेडीशन एंड प्रैक्टिसेज इंडिया, फिजिकल एजुकेशन/एनसीसी/योग और परफॉर्मिंग आर्ट्स में कोई भी छह विषय तक चुन सकते हैं. कैंडिडेट्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे किसी प्रोग्राम की जरूरतों के मुताबिक ही विषय चुनें, किसी कोर्स के लिए क्या विषय हैं, इसकी डिटेल्स http://www.admission.uod.ac.in पर देख सकते हैं.
- तीसरे सेक्शन में कैंडिडेट के सामान्य ज्ञान का परीक्षण किया जाएगा. हालांकि यह सेक्शन सभी के लिए अनिवार्य नहीं होगा बल्कि प्रोग्राम की जरूरतों के मुताबिक ही इसमें शामिल होना होगा.
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डीयू के बीएससी कार्यक्रम के लिए कैसे कैलकुलेट होगा सीयूईटी स्कोर?
सीयूईटी की फाइनल मेरिट लैंगुएज टेस्ट में परफॉर्मेंस और चुने गए पांच विषयों में से तीन डोमेन सब्जेक्ट्स में हासिल किए गए टॉप मार्क्स के आधार पर बनेगी.
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अगर 12वीं में पढ़े गए विषय डोमेन में नहीं हैं तो?
अगर किसी स्टूडेंट को डोमेन पेपर्स की लिस्ट में 12वीं कक्षा में पढ़ा गया विषय नहीं मिल रहा है तो उसके सबसे करीब विषय को लेना होगा. जैसे कि बॉयो और बॉयोकेमिस्ट्री आपस में करीबी हैं.
स्कूल में पढ़े गए विषयों के इतर कोर्स में एडमिशन?
अगर कोई स्टूडेंट ऐसे कोर्स के लिए अप्लाई कर रहा है जिसे उसने स्कूल में नहीं पढ़ा है जैसे कि स्कूल में साइंस स्ट्रीम पढ़े स्टूडेंट्स भी ह्यूमनिटीज बेस्ड अंडरग्रेजुएट प्रोग्राम में एडमिशन ले सकते हैं. हालांकि इसके लिए जरूरी है कि डोमेन और लैंगुएज कोर्सेज को उसी हिसाब से चुनना होगा.