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Go First Crisis: DGCA ने आज एक बयान जारी कर गो फर्स्ट को यात्रियों के पैसे जल्द से जल्द लौटाने का निर्देश दिया है.
Go First Crisis: कैश क्राइसिस से जूझ रही वाडिया ग्रुप के स्वामित्व वाली एयरलाइन गो फर्स्ट (Go First) ने अपनी सभी उड़ानें 9 मई तक के लिए बंद कर दी है. इससे पहले कल एयरलाइन ने जानकारी दी थी उड़ाने केवल 5 मई तक ही बंद रहेंगी. एयरलाइन ने कहा है कि इस दौरान जिन लोगों ने फ्लाइट में बुकिंग कराई थी, उनको रिफंड दिया जाएगा. गो फर्स्ट ने इसकी जानकारी एक ट्वीट के जरिये दी. गो फर्स्ट ने हाल ही में दिवाला समाधान (Insolvency Resolution) के लिए आवेदन किया है. कंपनी ने कहा है कि उसके पास तेल कंपनियों का बकाया चुकाने तक का पैसा नहीं है.
सभी उड़ाने 9 मई तक रद्द
कंपनी ने कल जानकारी दी थी कि संकट के चलते सभी उड़ानें 5 मई तक रोक दी गई हैं, लेकिन इसके ठीक एक दिन बाद ही कंपनी ने कहा है कि उड़ान सेवाएं 9 मई तक निलंबित रहेंगी. एयरलाइन एक ट्वीट कर कहा, “हमें खेद के साथ यह बताना पड़ रहा है कि ऑपरेशनल कारणों से 9 मई तक की सभी फ्लाइट्स रद्द की जाती हैं. इसके लिए हम सभी से मांगी मांगते हैं. बुकिंग के पैसे जल्द रिफंड किए जाएंगे.” गो फर्स्ट के प्रमुख कौशिक खोना के अनुसार गो फर्स्ट एयरलाइंस को प्रैट एंड व्हिटनी (पीएंडडब्ल्यू) से इंजन की आपूर्ति नहीं मिलने की वजह से उसके 28 विमानों उड़ान भरने में असफल हैं और इसी कारण से एयरलाइन के समक्ष कैश का संकट पैदा हो गया है. कंपनी ने इस निर्णय को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है हालांकि उसने ये भी कहा है कि कंपनी के हितों के संरक्षण के लिए ऐसा करना जरूरी था.
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यात्रियों का पैसा जल्द लौटाए गो फर्स्ट: DGCA
9 मई तक फ्लाइट रद्द किये जाने के बाद गो फर्स्ट को लेकर आज डीजीसीए (DGCA) ने भी बयान जारी किया है. DGCA ने गो फर्स्ट को यात्रियों के पैसा जल्द से जल्द लौटाने को कहा है. इस बीच एसोचैम के अध्यक्ष, अजय सिंह ने कहा है, “हमें उम्मीद है कि Go First Airlines ने जो समाधान प्रक्रिया (Resolution Process) अपनाया है, उसमें वे सफल होंगे और कामकाज पर वापस लौटेंगे. हम आशा करते हैं कि उनकी समस्या हल हो गई है.” गो फर्स्ट (Go First) के दिवालिया होने से भारतीय एयरलाइन क्षेत्र पर इसका काफी गहरा प्रभाव पड़ सकता है. भारतीय ट्रैवल एजेंट संघ (TAAI) ने चेतावनी देते हुए कहा है कि गो फर्स्ट के इस कदम से कुछ मार्गों पर हवाई यात्रा महंगी हो सकती है. अगर ऐसा होता है तो यात्रियों के जेब पर इसका भारी असर पड़ सकता है.
Insolvency Resolution देखने लिए पेशेवर किया जाए नियुक्त: गो फर्स्ट
गो फर्स्ट ने हाल ही में दिवाला समाधान (Insolvency Resolution) के लिए आवेदन किया है. गो फर्स्ट ने कहा कि एयरलाइन से जुड़े मामले को देखने के लिए एक ऐसे पेशेवर को नियुक्त किया जाना चाहिए, जो इस मामले एक्सपर्ट हो और इसे अच्छे से हैंडल कर सके. गो फर्स्ट ने आगे NCLT से एक निर्देश मांगा कि अगर वह आज याचिका को स्वीकार नहीं करता है तो उसे अंतरिम मोरेटोरियम के तौर पर राहत प्रदान की जाए. गो फर्स्ट एयरलाइंस ने NCLT कोर्ट को सूचित किया कि कंसोर्टियम के साथ बैंक खाता फ्रीज कर दिया गया है. अभी सुनवाई चल रही है