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कोरोना लॉकडाउन के चलते US में फंसे थे इंफोसिस के 200 से ज्यादा कर्मचारी, कंपनी ने चार्टर्ड फ्लाइट से वापस बुलाया

सूत्रों के अनुसार, 206 व्यक्तियों में इंफोसिस के कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्य शामिल थे.

सूत्रों के अनुसार, 206 व्यक्तियों में इंफोसिस के कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्य शामिल थे.

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PTI
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कोरोना लॉकडाउन के चलते US में फंसे थे इंफोसिस के 200 से ज्यादा कर्मचारी, कंपनी ने चार्टर्ड फ्लाइट से वापस बुलाया

Indian IT firm Infosys brings back over 200 employees, their families from US via chartered flight सूत्रों के अनुसार, 206 व्यक्तियों में इंफोसिस के कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्य शामिल थे.

देश की प्रमुख IT कंपनी इंफोसिस (Infosys) अपने 200 से अधिक कर्मचारियों और उनके परिवार वालों को एक विशेष विमान के जरिए अमेरिका से वापस लेकर आई है. ये लोग कोविड-19 महामारी और लॉकडाउन के चलते वहां फंस गए थे. कंपनी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी है. कंपनी इन लोगों को एक विशेष चार्टर्ड विमान के जरिए सैन फ्रांसिस्को से लेकर आई. सोमवार सुबह ​इस विमान की बेंगलुरु में लैंडिंग हुई.

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इंफोसिस एसोसिएट वाइस प्रेसिडेंट रिटेल, सीपीजी एंड लॉजिस्टिक्स समीर गोसावी ने एक लिंक्डइन पोस्ट में बताया, ''इंफोसिस की चार्टर्ड फ्लाइट बीती राज सैन फ्रांसिस्को से उड़ान भरी. यह सैकड़ों कर्मचारियों और उनके परिवार वालों को बेंगलुरु उनके घर ला रहा है.'' हालांकि, इंफोसिस ने इस पर कोई टिप्प्णी नहीं की है.

लॉकडाउन के चलते फंसे थे

सूत्रों के अनुसार, 206 व्यक्ति जिनमें इंफोसिस के कर्मचारियों और उनके परिवार के सदस्य शामिल थे, उन्हें वापस लाया गया है. एक व्यक्ति का कहना है कि कोरोनावायरस महामारी और उसके चलते लागू लॉकडाउन के चलते सभी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द हो गई थी, इसके चलते अमेरिका में ये लोग फंस गए थे. एक अन्य शख्स का कहना है कि इन कर्मचारियों में क्लाइंट साइट पर काम करने वाले लोगों के अलावा मीटिंग या इवेंट के सिलसिले में अमेरिका गए लोग भी शामिला थे.

भारतीय आईटी कंपनियों के लिए अमेरिका सबसे बड़ा मार्केट है. इन कंपनियों के रेवेन्यू का एक बड़ा हिस्सा यूएस के मार्केट से ही आता है. इंफोसिस का मार्च 2020 को समाप्त तिमाही में उत्तरी अमेरिका अकेले 60 फीसदी से अधिक रेवेन्यू हासिल हुआ था.