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भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स के लिए खुशखबरी, अमेरिका में ग्रीन कार्ड से कोटा हटाने की तैयारी

अगर बिल मंजूर हो गया तो इससे भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स को काफी फायदा होगा क्योंकि इनकी बड़ी संख्या वहां एच-1बी वीजा पर काम करने जाती है और फिर ग्रीन कार्ड की दावेदार हो जाती है.

अगर बिल मंजूर हो गया तो इससे भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स को काफी फायदा होगा क्योंकि इनकी बड़ी संख्या वहां एच-1बी वीजा पर काम करने जाती है और फिर ग्रीन कार्ड की दावेदार हो जाती है.

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FE Online
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भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स के लिए खुशखबरी, अमेरिका में ग्रीन कार्ड से कोटा हटाने की तैयारी

भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स के लिए राहत भरी खबर है. यूएस हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव में रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी ने मिल कर ग्रीन कार्ड पर कोटा खत्म करने का बिल पेश किया है. इस वक्त हर देश के हिसाब से ग्रीन कार्ट का कोटा निर्धारित है. अगर बिल मंजूर हो गया तो इससे भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स को काफी फायदा होगा क्योंकि इनकी बड़ी संख्या वहां एच-1बी वीजा पर काम करने जाती है और फिर ग्रीन कार्ड की दावेदार हो जाती है. लेकिन देश के हिसाब से इसका कोटा तय होने की वजह से कइयों को निराशा का सामना करना पड़ता है.

भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स को होगा फायदा

अमेरिकी संसद के दो सांसदों जो लॉफग्रेन और जॉन कर्टिस ने यह बिल पेश किया. इक्वल एक्सेस टू ग्रीन कार्ड्स फॉर लीगल एंप्लॉयमेंट (EAGLE) एक्ट, 2021 नाम के इस बिल को सीनेट की भी मंजूरी जरूरी होगी. इसके बाद राष्ट्रपति इस पर दस्तखत कर अपनी सहमति की मुहर लगाएंगे. बिल में हर देश के लिए एम्पलॉयमेंट बेस्ड इमिग्रेंट वीजा का सात फीसदी कोटा को धीरे-धीरे खत्म करने का प्रावधान है. फैमिली स्पॉन्सर्ड वीजा का कोटा 15 फीसदी तक बढ़ाने का प्रावधान है. इससे पहले फेयरनेस फॉर हाई स्किल्ड इमिग्रेंट्स एक्ट संसद में 365 के मुकाबले 65 मतों से पारित हो चुका है. इसलिए ग्रीन कार्ड का कोटा बढ़ाने से जुड़े बिल को लेकर भी उम्मीद बढ़ गई है.

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अमेरिकी सांसदों ने कहा, इमिग्रेशन सिस्टम को सुधारेंगे

इमिग्रेशन एंड सिटिजनशिप पर अमेरिकी संसद की उप कमेटी की प्रमुख जो लॉफग्रेन ने कहा कि हमें पता है कि इमिग्रेशन सिस्टम की स्थिति दशकों से खराब है. लिहाजा इसमें सुधार की जरूरत है.उन्होंने कहा कि मौजूदा सिस्टम की वजह से किसी बड़े देश का ऊंची योग्यता वाला शख्स किसी छोटे देश के कम योग्यता वाले व्यक्ति से ग्रीन कार्ड हासिल करने के मामले में पिछड़ जाता है. जबकि अमेरिका को अपनी अर्थव्यवस्था के लिए ऐसे ऊंची योग्यता वाले शख्स की जरूरत है. वह यहां रोजगार के अवसर पैदा कर सकता है. इससे हमें घाटा हो रहा है. हम देख कर रहे हैं अमेरिका के बाहर के रिक्रूटर ऐसे ऊंची योग्यता वाले लोगों को यहां से बाहर ले जा रहे हैं. इस बिल के पारित होने से बड़ी तादाद में ग्रीन कार्ड का इंतजार कर रहे भारतीय पेशेवरों का फायदा होगा.