/financial-express-hindi/media/post_banners/yXmSo4r52JfWofKEiVOL.jpg)
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी किसी भी रिपोर्ट्स में कोरोना वायरस के B.1.617 वैरिएंट को "Indian Variant" नहीं कहा है.
कोरोना वायरस की दूसरी लहर अधिक खतरनाक साबित हो रही है. दूसरी लहर में एक नया वैरिएंट तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है जो सबसे पहले भारत में पाया गया. ऐसे में कुछ लोग सोशल मीडिया पर इसे Indian Variant भी कह रहे. अब सरकार इस पर सख्ती के मूड में आ गई है और सभी सोशल मीडिया कंपनियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपने प्लेटफॉर्म पर ऐसे सभी कंटेंट को तुरंत हटा दें जिसमें कोरोना वायरस के इंडियन स्ट्रेन का जिक्र हुआ हो. केंद्र सरकार ने यह फैसला कोरोना वायरस को लेकर गलत जानकारी को फैलने से रोकने के लिए लिया है. डिजिटल प्लेटफॉर्म्स ने जानकारी दी है कि लेटेस्ट एडवायजरी उन्हें मिल चुकी है.
एक दिन पहले शुक्रवार 21 मई को आईटी मिनिस्ट्री ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को लिखा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी किसी भी रिपोर्ट्स में कोरोना वायरस के B.1.617 वैरिएंट को "Indian Variant" नहीं कहा है.
गलत जानकारी को लेकर पहले भी जारी हो चुकी है एडवायजरी
आईटी मिनिस्ट्री द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर एक गलत बयान तेजी से फैल रहा है जिसमें कहा गया है कि कोरोना वायरस का इंडियन वैरिएंट तेजी से दुनिया भर में फैल रहा है. मंत्रालय ने कहा कि इस मामले पर पहले ही केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्रालय ने 12 मई 2021 को प्रेस स्टेटमेंट में स्पष्टीकरण जारी कर चुका है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को ऐसे सभी कंटेंट को तुरंत हटाने को कहा गया है जिसमें इसका जिक्र किया गया हो या यह इसकी तरफ इशारा करता हो. कुछ समय पहले मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर कोरोना वायरस से जुड़ी गलत खबरों/जानकारियों को लेकर एडवायजरी जारी किया था.
डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए भारत बड़े बाजारों में शुमार
गूगल, फेसबुक और ट्विटर जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए भारत दुनिया के सबसे बड़े बाजारों में एक है.सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में 53 करोड़ वाट्सऐप के, 44.8 करोड़ यूट्यूब के, 41 करोड़ फेसबुक और 21 करोड़ इंस्टाग्राम के यूजर्स हैं. इसके अलावा भारत में 1.75 करोड़ यूजर्स ट्विटर पर हैं. इस साल 2021 की शुरुआत में सरकार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के गलत प्रयोग को लेकर दिशा-निर्देश जारी किया था.