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This vaccine was scheduled for a September 2021 launch in India. The Indian government expects to get 20 crore doses of this vaccine from SII.
प्राइवेट अस्पताल अब कोरोना टीकों के मनमाना दाम नहीं ले पाएंगे. सरकार ने टीकों के दाम तय कर दिए हैं. कोविशील्ड के लिए अब प्राइवेट अस्पताल 780 रुपये से ज्यादा नहीं ले पाएंगे. इसमें पांच फीसदी जीएसटी और अधिकतम 150 रुपये सर्विस चार्ज जुड़ा है. जबकि कोवैक्सीन की कीमत 1410 रुपये से अधिक नहीं होगी. स्पूतनिक v के लिए 1,145 रुपये लगेंगे. सभी टीकों की कीमतों में पांच फीसदी जीएसटी और 150 रुपये का अधिकतम सर्विस चार्ज जुड़ा है. हालांकि इन नई कीमतों को लेकर भ्रम की स्थिति है क्योंकि को-विन प्लेटफॉर्म पर ही कोवैक्सीन की कीमत 1200 रुपये लिखी है. ऐसे में क्या 1200 रुपये वसूल रहे निजी अस्पताल इसके लिए 1450 रुपये लेंगे.
प्राइवेट अस्पतालों में टीकों की अलग-अलग कीमत
अब तक प्राइवेट अस्पताल कोरोना टीकों की अलग-अलग कीमत वसूल रहे हैं. कोविशील्ड के लिए दिल्ली एनसीआर के निजी अस्पताल 850 रुपये से लेकर 1050 रुपये तक कीमतें वसूल रहे हैं. 'इंडियन एक्सप्रेस' की एक रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली का मूलचंद अस्पताल कोवैक्सीन के लिए 1800 रुपये प्रति डोज ले रहा रहा है. जबकि नोएडा में फोर्टिस अस्पताल इसके लिए 1250 रुपये ले रहा है. कई ग्रुप हाउसिंग सोसायटी भी निजी अस्पतालों के साथ मिलकर वैक्सीन लगवा रहे हैं. कई अस्पताल हाउसिंग सोसायटी में कैंप लगाकर टीकाकरण करने के लिए प्रति वैक्सीन 100 से 150 रुपये अतिरिक्त वसूल कर रहे हैं. यानी अस्पताल में जो वैक्सीन 900 रुपये में लगाई जा रही है, वही वैक्सीन सोसाइटी में 1000 या 1050 रुपये में लगाई जा रही है.
केंद्र ने कहा, राज्य सरकारें देखें तय कीमत से ज्यादा न वसूलें अस्पताल
प्राइवेट अस्पतालों के लिए कोरोना टीकों के दाम तय करते वक्त केंद्र ने कहा है कि राज्य सरकारें अपने-अपने यहां देखें कि इससे ज्यादा कीमतें न वसूली जाएं. अगर भविष्य में कीमतें कम होती हैं तो प्राइवेट अस्पतालों को भी कीमतें घटाने के लिए कहा जाएगा. इस बीच, ऐसी खबरें भी हैं सरकार ई-वाउचर स्कीम शुरू कर रही है. इसके तहत कोई भी ई-वाउचर खरीद कर जरूरतमंदों को प्राइवेट अस्पतालों में टीके दिलवा सकता है.