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सरकार मौजूदा कोविड-19 महामारी के दौरान कक्षा 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं को आयोजित करने पर अगले दो दिन के भीतर फैसला लेगी.
CBSE 12th board exams: सरकार मौजूदा कोविड-19 महामारी के दौरान 12वीं की बोर्ड परीक्षा के आयोजन के बारे में अगले दो दिन में फैसला कर लेगी. सोमवार को अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने सुप्रीम कोर्ट को यह जानकारी दी. जस्टिस ए एम खानविलकर और दिनेश महेश्वरी की बेंच ने सोमवार को उस याचिका की सुनवाई की, जिसमें कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण सीबीएसई और CISCE की 12वीं की बोर्ड परीक्षा को रद्द करने की मांग की गई थी.
पिछले साल भी रद्द हुई थीं परीक्षाएं
बेंच ने वेणुगोपाल से कहा कि सरकार को परीक्षा के बारे में फैसला करने का अधिकार है. लेकिन अगर आप पिछले साल की पॉलिसी से पीछे हट रहे हैं, तो आप उसके लिए ठोस कारण देने होंगे. सर्वोच्च अदालत ने 26 जून 2020 को CBSE और CISCE की पिछले साल 1 जुलाई से 15 जुलाई तक होने वाली बोर्ड की बची परीक्षाओं को रद्द करने की योजनाओं को मंजूरी दी थी. इस बीच दसवीं कक्षा के छात्रों के प्रमोशन के लिए अपनाए जाने वाले आकलन के फॉर्मूले को मंजूरी दे दी गई है.
सुनवाई शुरु होने पर अटॉर्नी जनरल ने बेंच से कहा कि सरकार अगले दो दिनों में आखिरी फैसला कर लेगी. उन्होंने उम्मीद जताई कि अदालत सरकार को 3 जून तक का समय देगी, ताकि वो फैसले के साथ अदालत में हाजिर हो सकें. बेंच ने मामले की अगली सुनवाई 3 जून को तय की है.
बेंच ने कहा कि अटॉर्नी जनरल के अनुरोध पर अगली सुनवाई गुरुवार को लिस्ट की गई है, ताकि मामले के सभी पहलुओं पर विचार करके वाजिब फैसला लिया जा सके. याचिकाकर्ता ममता शर्मा ने मांग की है कि सरकार 12वीं की बोर्ड परीक्षा के मसले पर जल्द फैसला करे.