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Export Duty on Onion: घरेलू बाजार में प्याज की उपलब्धता किफायती कीमत पर बरकरार रहे इसे देखते हुए सरकार ने एक्सपोर्ट ड्यूटी में बढ़ोतरी का फैसला लिया है. (IE File)
Govt Imposes 40 per cent Export Duty on Onion to Improve Local Supplies: प्याज की कीमतों में लगातार हो रही बढ़ोतरी के बीच केंद्र सरकार ने अहम फैसला किया है. समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक सरकारी नोटिफिकेशन के हवाले से शनिवार को बताया कि घरेलू बाजार में बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के मकसद से केंद्र सरकार ने प्याज के निर्यात यानी एक्सपोर्ट पर 40 फीसदी चार्ज (एक्सपोर्ट ड्यूटी) लगाया है. जारी नोटिफिकेशन के मुताबिक प्याज के निर्यात पर 40 फीसदी एक्सपोर्ट ड्यूटी 31 दिसंबर तक लागू रहेगी. बताया जा रहा है कि अगले महीने यानी सितंबर में प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना को देखते हुए एक्सपोर्ट ड्यूटी में बदलाव का फैसला किया गया है.
एक्सपोर्ट ड्यूटी बढाने से प्याज की कीमतों पर कैसे पड़ेगा असर
देश के कई हिस्सो में असमय बारिश के कारण प्याज की तैयार फसल लगभग पूरी तरह से बर्बाद हो जाती है. भारतीय बाजार में प्याज की उपलब्धता में सुधार के लिए सरकार ने इसके एक्सपोर्ट ड्यूटी में बढ़ोतरी की है जो 31 दिसंबर तक लागू रहने वाली है. वहीं दूसरी तरफ हर साल अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में भारतीय प्याज की मांग भी बढ़ रही है. भारतीय प्याज की मांग साल भर श्रीलंका और बांग्लादेश जैसे खाड़ी देशों में रहती है. ऐसे में भारत से विदेशी बाजारों के लिए प्याज की एक्सपोर्ट बढ़ेगी तो घरेलू बाजार में उपलब्धता कम हो जाएगी और यहां की बाजारों में भारी डिमांड के कारण प्याज महंगी हो जाएगी. इसे ध्यान में रखते हुए एक्सपोर्ट पर लगाम लगाने और प्याज की कीमतों पर काबू पाने के लिए सरकार ने एक्सपोर्ट ड्यूटी में बढ़ोतरी की है और यह दिसबंर तक लागू रहेगी.
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प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार ने लिया फैसला
पिछले हफ्ते सरकार ने अक्टूबर में नई फसल के आने तक कीमतों को नियंत्रण में रखने के मकसद से विशिष्ट क्षेत्रों में अपने बफर स्टॉक से प्याज की तत्काल रिहाई की घोषणा की थी. सरकार प्याज के वितरण के लिए विभिन्न चैनलों की खोज कर रही है, जिसमें ई-नीलामी, ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म और उपभोक्ता सहकारी समितियों और निगमों द्वारा संचालित अपने खुदरा दुकानों के माध्यम से छूट की पेशकश करने के लिए राज्य अधिकारियों के साथ साझेदारी शामिल है.
फिलहाल सरकार ने कम आपूर्ति की अवधि के दौरान कीमतों में किसी भी अप्रत्याशित उछाल से निपटने के लिए प्राइस स्टेबिलाइजेशन फंड (PSF) के भीतर 3 लाख टन प्याज का भंडारण किया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक प्याज की कीमत में थोड़ी बढ़ोतरी दिखनी शुरू हो गई है. 10 अगस्त तक इसकी अखिल भारतीय खुदरा कीमत 27.90 रुपये प्रति किलोग्राम थी, जो पिछले वर्ष की समान अवधि की तुलना में 2 रुपये प्रति किलोग्राम से अधिक की वृद्धि दर्शाती है.