/financial-express-hindi/media/post_banners/VFNJHNKoCHcZlsgfQiZq.jpg)
इन कंपनियों का इस्तेमाल फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट बनाने के लिए किया जा रहा था. (Representational Image)
गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) अधिकारियों ने एक बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ कर एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है. यह व्यक्ति 46 फेक कंपनियों को संचालित कर रहा था और इसने 82.23 करोड़ रुपये के फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) बनाया था. वित्त मंत्रालय की ओर से सोमवार को यह जानकारी दी गई. पूर्वी दिल्ली के सेंट्रल गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स कमिश्नरी (CGST) के अधिकारियों ने एक कई तरह की फर्जी कंपनियों के नेटवर्क का भंडाफोड़ किया. इन कंपनियों का इस्तेमाल फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट बनाने के लिए किया जा रहा था.
फर्जी कंपनियों का यह नेटवर्क अरविंद कुमार नामक व्यक्ति चला रहा था, जोकि इनवॉयस अमाउंट का 4 से 4.5 फीसदी कमिशन हासिल करने के लिए फर्जी आईटीसी बना रहा था.
मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, अभी तक की जांच में मालूम चला है कि 46 कंपनियां फर्जी हैं, जिसे कुमार और उसके सहयोगी मिलकर चला रहे हैं. इन कंपनियों किसी भी तरह के व्यापार में शामिल नहीं है. इनका मकसद सिर्फ फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट बनाना है.
2017 से संचालित हो रहा है नेटवर्क
मंत्रालय का कहना है कि कुल फर्जी आईटीसी अबतक 82.23 करोड़ रुपये के जनरेट किया गए. यह अमाउंट 541.13 करोड़ रुपये की फर्जी बिलिंग के आधार पर हैं. जांच बढ़ने के साथ ही यह रकम और बढ़ सकती है.
मंत्रालय का कहना है कि डाटा एनॉलिटिक्स की गहन जांच के बाद अधिकारियों ने 21 जगहों को चिन्हित किया और 15-17 जनवरी के बीच तलाशी अभियान चलाया. इसमें यह मालूम चला कि फर्जी कंपनियों का नेटवर्क 2017 से संचालित हो रहा है और फर्जी आईटीसी जेनरेट किए जा रहे हैं. कुमार को जीएसटी अधिकारियों ने गिरफ्तार किया गया है. उसे 31 जनवरी तक 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
/financial-express-hindi/media/agency_attachments/PJD59wtzyQ2B4fdzFqpn.png)
Follow Us