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वित्त मंत्रालय के अनुसार, यह 23 शेल कंपनियां बिना सामान की वास्तविक आपूर्ति के इनवॉयस की खरीद-बिक्री करती थीं.
 वित्त मंत्रालय के अनुसार, यह 23 शेल कंपनियां बिना सामान की वास्तविक आपूर्ति के इनवॉयस की खरीद-बिक्री करती थीं.राजधानी दिल्ली में GST अधिकारियों ने 7,896 करोड़ रुपये मूल्य फेक इनवॉयस बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. यह रैकेट 23 शेल कंपनियों के जरिए चलाया जा रहा था. वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, टैक्स अधिकारियों ने जिस फेक इनवॉयस गिरोह का फंडाफोड़ किया है, उस बिल में 1,709 करोड़ रुपये का फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट शामिल है.
23 शेल कंपनियों से चल रहा था रैकेट
वित्त मंत्रालय के अनुसार, यह 23 शेल कंपनियां बिना सामान की वास्तविक आपूर्ति के इनवॉयस की खरीद-बिक्री करती थीं और इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल करती थीं. इस मामले में दो लोगों को 29 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था. दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. आरोपी कई फर्जी कंपनियां बनाकर टैक्स चोरी कर रहे थे. इनका मकसद फेक इनवॉयस जेनरेट कर इनपुट टैक्स क्रेडिट हासिल करना था. मामले की जांच की जा रही है.
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बैंकिंग ट्रांजैक्शन का करते थे इस्तेमाल
बयान के अनुसार, इनपुट टैक्स क्रेडिट का असली दिखाने के लिए बैंकिंग ट्रांजैक्शन का भी इस्तेमाल करते थे. ये कंपनियां बॉयर्स को फेक इनवॉयस जारी करती थी, जो बिना सालान की वास्तविक सप्लाई के फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट ​हासिल करते थे. इस तरह सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाते थे.
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