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पीएम मोदी की डिग्री पर CIC का आदेश हाईकोर्ट में खारिज, गुजरात यूनिवर्सिटी को अब नहीं देनी होगी जानकारी, केजरीवाल पर लगा जुर्माना

केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) ने गुजरात यूनिवर्सिटी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री के बारे में जानकारी खोजने का आदेश दिया था, जिसे गुजरात हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है.

केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) ने गुजरात यूनिवर्सिटी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री के बारे में जानकारी खोजने का आदेश दिया था, जिसे गुजरात हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है.

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FE Hindi Desk
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Gujarat HC quashes CIC order on PM Modi’s degrees: गुजरात यूनिवर्सिटी को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्रियों के बारे में कोई जानकारी नहीं खोजनी पड़ेगी. (File Photo : PTI)

Gujarat HC quashes CIC order directing Gujarat University to ‘search for info’ on PM Modi’s degrees: गुजरात यूनिवर्सिटी को अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्रियों के बारे में कोई जानकारी नहीं खोजनी पड़ेगी. गुजरात यूनिवर्सिटी को ये बड़ी राहत गुजरात हाईकोर्ट के शुक्रवार के फैसले से मिली है. दरअसल, गुजरात यूनिवर्सिटी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की डिग्री के बारे में जानकारी खोजने का आदेश केंद्रीय सूचना आयोग (CIC) ने दिया था. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के RTI आवेदन पर दिए गए CIC के इस आदेश को गुजरात यूनिवर्सिटी ने गुजरात हाईकोर्ट में चुनौती दी थी. हाईकोर्ट ने गुजरात यूनिवर्सिटी की इस याचिका को मंजूर करते हुए शुक्रवार को CIC के आदेश को रद्द कर दिया.

अरविंद केजरीवाल पर 25 हजार का जुर्माना

गुजरात हाईकोर्ट ने न सिर्फ पीएम मोदी की डिग्री के बारे में जानकारी खोजने का CIC का आदेश रद्द कर दिया, बल्कि इसके लिए सूचना के अधिकार (RTI) कानून के तहत एप्लीकेशन देने वाले अरविंद केजरीवाल पर 25 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है. जस्टिस बीरेन वैष्णव की अदालत ने केजरीवाल को आदेश दिया है कि वे चार हफ्तों के भीतर गुजरात स्टेट लीगल सर्विसेज़ अथॉरिटी के पास जुर्माने की यह रकम जमा कराएं. हाईकोर्ट में CIC के आदेश के खिलाफ सुनवाई के दौरान गुजरात यूनिवर्सिटी का पक्ष वरिष्ठ वकील और देश के सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने रखा. इससे जाहिर है कि यूनिवर्सिटी ने CIC के आदेश के खिलाफ अपनी अपील को कितनी गंभीरता से लिया. हाईकोर्ट ने केजरीवाल के वकील के इस अनुरोध को भी मंजूर नहीं किया कि उनके मुवक्किल पर लगाए गए जुर्माने के मामले में उनका पक्ष सुन लिया जाए.

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पीएम मोदी की डिग्री को लगातार मुद्दा बना रही है AAP

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शैक्षिक योग्यता पर पिछले कई दिनों से लगातार सवाल उठा रहे हैं. दिल्ली में बड़ी संख्या में ऐसे पोस्टर भी लगाए गए हैं, जिनमें पूछा गया है कि "क्या भारत के पीएम पढ़े-लिखे होने चाहिए?" केजरीवाल ने कुछ ही दिनों पहले दिल्ली विधानसभा में भी पीएम मोदी को कम पढ़ा-लिखा बताते हुए उन पर तीखा हमला किया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चुनावी हलफनामों के मुताबिक उन्होंने 1978 में गुजरात यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया है, जबकि 1983 में उन्होंने दिल्ली यूनिवर्सिटी से एमए की डिग्री हासिल की है. लेकिन केजरीवाल और आम आदमी पार्टी लंबे अरसे से पीएम मोदी की डिग्री दिखाए जाने की मांग करते आ रहे हैं.

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