/financial-express-hindi/media/post_banners/5CMV6alD95iboUHpsv6c.jpeg)
पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक भाद्र महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को महादेव व माता पार्वती की उपासना का विशेष महत्व होता है
Hartalika Teej 2022: देश भर में हरतालिका तीज का उत्सव मनाया जा रहा है. हरतालिका तीज को प्रेम, त्याग और समर्पण का प्रतीक माना जाता है. इस साल हरतालिका तीज 30 अगस्त को है. इस पर्व को विशेष रूप से सुहागन औरतें व कुंवारी कन्याएं मनाती हैं. ऐसी मान्यता है कि हरतालिका तीज का व्रत को रखने से सुहागन औरतों का अखंड सुहाग का वरदान तो मिलता ही है. साथ ही कुंवारी कन्याओं को इस व्रत के करने से मन चाहा वर मिलता है.
हरतालिका तीज पर महिलाएं निर्जला व्रत का पालन करते हुए भगवान शिव की अराधना करती हैं. शाम के वक्त में महिलाएं सुहाग के संपूर्ण श्रृंगार कर संपूर्ण शिव परिवार की पूजा उपासना कर अखंड सौभाग्य और परिवार की सुख समृद्धि की कामना करती हैं. इस दिन महादेव की फुलेरा से पूजा किये जाने का विशेष महत्व है.
हरतालिका तीज का व्रत आज, क्या है शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और इस त्योहार का महत्व
सनातन मान्यताओं के अनुसार, भाद्र महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया को महादेव व माता पार्वती की उपासना का विशेष महत्व होता है. सनातन धर्म के अनुसार माता पार्वती ने महादेव को पति के रूप में प्राप्त करने के लिए कठोर तप किया. बिना अन्न और जल ग्रहण किये माता पार्वती महादेव की तपस्या में लीन हो गईं. बताया जाता है कि भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया को मां पार्वती ने पार्थिव शिवलिंग की पूजा की, जिसके बाद भगवान आशुतोष ने मां पार्वती को दर्शन दिये और उन्हें पत्नी के रूप में स्वीकार किया.
गणेश चतुर्थी पर अपनों को दें हिंदी में बधाई, भक्ति से भरे इन संदेशों के जरिए दें शुभकामनाएं
इस बार हरतालिका तीज 30 अगस्त की है. इस दिन हस्त नक्षत्र का बहुत ही शुभ संयोग बना हुआ है. मान्यताओं के अनुसाप हस्त नक्षत्र में पूजा-उपासना से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है.
पंचांग के अनुसार 30 अगस्त को सुबह 06 बजकर 05 मिनट से 08 बजकर 38 मिनट तक हरतालिका तीज की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त है. प्रदोष काल में होने वाली हरतालिका तीज की पूजा के लिये शाम के 06 बजकर 33 मिनट से रात 08 बजकर 51 मिनट तक का शुभ मुहूर्त है.