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आईएमडी द्वारा कर्मियों को पहले पांच दिन हर दिन तीन घंटे से काम करने की सलाह दी गई है तो कंपनियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का आग्रह किया गया है.
Heatwave: देश के अधिकतर हिस्से मुख्य रूप से उत्तर और उत्तर-पश्चिमी राज्यों में तापमान 45°C तक पहुंच जा रहा है और भारी बिजली कटौती ने गर्मी की समस्या को और बढ़ा दिया है. इन सबको देखते हुए लोगों को गर्मी के चलते कोई बीमारी न हो, इसके लिए भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने कंपनियों और कर्मियों के लिए एक एडवायजरी जारी किया है. बता दें कि गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है और आईएमडी ने इस साल की गर्मी को अब तक के रिकॉर्ड गर्म वर्ष में शुमार किया है. कर्मियों को पहले पांच दिन हर दिन तीन घंटे से काम करने की सलाह दी गई है तो कंपनियों को प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू करने का आग्रह किया गया है.
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कर्मियों के लिए ये है सलाह
- बढ़ती गर्मी के मुताबिक खुद को अनुकूल बनाने के लिए एडवाइजरी में एंप्लाईज को सलाह दी गई है कि पहले पांच दिन वे एक दिन में तीन घंटे से अधिक काम न करें. इसके बाद अगले कुछ दिनों में काम के घंटे धीरे-धीरे बढ़ाए जा सकते हैं. आईएमडी के मुताबिक अधिक गर्मी वाले मौसम के मुताबिक खुद को ढालने में हफ्ते लग सकते हैं.
- गर्भवती महिलाओं और मेडिकल रूप से अस्वस्थ कर्मियों को गर्मी के इस मौसम में काम के लिए निकलने से पहले अपने डॉक्टर्स से सलाह लेने को कहा गया है.
- बाहर काम करने वाले कर्मियों को हल्के रंग के ऐसे कपड़े पहनने की सलाह दी गई है जो पूरा शरीर ढककर रखे. इसके अलावा सूरज की सीधी रोशनी से बचने के लिए सिर भी ढकने को कहा गया है.
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कंपनियों के लिए ये है एडवायजरी
- कंपनियों से आग्रह किया गया है कि वे अपने कर्मियों को गर्मी से होने वाली बीमारियों का खतरा उन्हें कैसे हो सकता है, ऐसे सभी कारकों की पहचान करने के लिए प्रशिक्षित करें. इसके लिए उन्हें हीट स्ट्रेस की पहचान के लिए भी प्रशिक्षित किया जाए. कंपनियों को 'Buddy System' शुरू करने की सलाह दी गई है क्योंकि कर्मियों को अपने लक्षणों की पहचान करने में दिक्कतें आ सकती हैं.
- कंपनियों को प्राथमिक स्वास्थ्य चिकित्सा उपलब्ध कराने वाले प्रशिक्षितों को उपलब्ध कराने की सलाह दी गई है और उन्हें आपातकालीन रिस्पांस प्लान में तैनात करने को कहा गया है ताकि अगर कोई तेज गर्मी के चलते बीमार हो तो उन्हें तत्काल इलाज मुहैया कराया जा सके.
- कंपनियों से अपने कर्मियों के लिए जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करने और वर्कप्लेस पर तापमान मापी व मौसम का पूर्वानुमान बताने वाला डिस्प्ले लगाने की सलाह दी गई है.
- कंपनियों से प्रचंड गर्मी में काम करने से होने वाले असर और बढ़ती गर्मी से खुद को सुरक्षित करने से जुड़ी जानकारी वाला पैंफलेट जारी करने और कर्मियों के लिए प्रशिक्षण आयोजित करने को कहा गया है.