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ICMR: यह स्टडी आईसीएमआर के तहत आने वाले 31 अस्पतालों के 14,419 मरीजों के डेटा पर आधारित हैं. (Photo by Amit Mishra/IE)
ICMR Study Says 6.5 Per Cent Covid Patients Died within a Year Of Hospital Discharge: कोरोना महामारी से जुड़ी एक हैरान कर देने वाली स्टडी सामने आई है. कोरोना की चपेट में आए मरीजों में मौत का खतरा बाकी लोगों की अधिक पाई गई. स्टडी के मुताबिक हास्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद एक साल के भीतर कोरोना मरीजों में तीन गुना अधिक मौत की संभावना रहती है. इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च यानी आईसीएमआर ने अपनी एक स्टडी में यह जानकारी दी. यह स्टडी आईसीएमआर के तहत आने वाले हास्पिटल के कोरोना मरीजों पर आधारित है. बाकी लोगों में वे मरीज शामिल हैं जिन्हें अस्पताल से छुट्टी के बाद कोरोना के लक्षण की शिकायत नहीं हुई.
14,419 कोरोना मरीजों के डेटा पर आधारित है स्टडी
आईसीएमआर की ओर से हाल ही में जारी रिपोर्ट में पाया गया कि कोरोना संक्रमण की चपेट में आने के बाद अस्पताल में भर्ती कराए गए मरीजों में से 6.5 फीसदी की एक साल के दौरान मौत हो गई. यह स्टडी आईसीएमआर के तहत आने वाले 31 अस्पतालों के 14,419 मरीजों के डेटा पर आधारित हैं, कोरोना की चपेट में आने के बाद मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराया गया. कोरोना संक्रमण से उबरने के बाद इन मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. हालांकि छुट्टी के बाद मोबाइल फोन के जरिए फॉलो-अप लिया गया.जिनमें से 6.5 फीसदी की लोगों के मौत एक साल के दौरान हो गई.
कोरोना मरीजों की अस्पताल के छुट्टी के बाद की गई निगरानी
आईसीएमआर ने अपनी स्टडी में बताया कि सितंबर 2020 से अस्पताल में भर्ती लोगों में से 17.1 फीसदी को पोस्ट-कोविड सिमट्म की शिकायत हुई. यह स्टडी WHO या अमेरिकी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन के "लॉन्ग-कोविड" डेफिनेशन का पालन नहीं करता है, इस स्टडी में वे कोरोना मरीज शामिल हैं जिन्हें हास्पिटल से छुट्टी मिलने के चार हफ्ते के भीतर में शिकायत हुई. कोरोना मरीजों ने फॉलो-अप के दौरान लक्षणों की जानकारी दी थी.