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Weather Updates: चक्रवात 'बिपारजॉय' के कारण मानसून एक हफ्ते देरी से पहुंचा है. (Express photo by Gajendra Yadav)
IMD Monsoon Forecast: मानसून का इंतजार कर रहे लोगों के लिए एक खुशखबरी है. दक्षिण पश्चिम मानसून एक सप्ताह की देरी के बाद गुरुवार को भारत पहुंच गया है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मानसून के केरल में दस्तक देने की घोषणा की. मौसम विज्ञानियों ने पहले कहा था कि चक्रवात 'बिपारजॉय' मानसून की तीव्रता को प्रभावित कर रहा है और केरल में इसकी शुरुआत "हल्की" और "देर" से होगी.
आईएमडी ने क्या कहा?
आईएमडी ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि दक्षिण-पश्चिम मानसून आज यानी 8 जून को केरल में आ गया है. आईएमडी ने कहा, "मानसून दक्षिण अरब सागर और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, पूरे लक्षद्वीप, केरल, दक्षिण तमिलनाडु, कोमोरिन क्षेत्र के कुछ हिस्सों, मन्नार की खाड़ी और दक्षिण पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी में आगे बढ़ गया है. दक्षिण-पश्चिम मानसून आम तौर पर 1 जून को केरल में प्रवेश करता है. मई के बीच में आईएमडी ने कहा था कि मानसून 4 जून तक केरल में आ सकता है, लेकिन चक्रवात 'बिपारजॉय’ के कारण मानसून में कुछ दिनों की देरी हुई.
आपके शहर में कब होगी बारिश?
मौसम विभाग के वेबसाइट पर दी गई जानकारी के मुताबिक हम ये अनुमान लगा सकते हैं कि अगर सबकुछ ठीक रहा तो आपके शहर में बारिश कब होगी. IMD की माने तो मध्य महाराष्ट्र, मध्य तेलंगाना और आंध्र प्रदेश के उपरी हिस्से में 10 जून को और निचले राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, छत्तीसगढ़ और बिहार के कुछ हिस्सों में बारिश 15 जून को हो सकती है. इसके अलावा गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड जैसे राज्यों में 20 और 25 जून को झमाझम बारिश देखने को मिल सकती है. वहीं जम्मू-कश्मीर में बारिश 30 जून को पहुंच सकती है.
क्या है चक्रवात 'बिपारजॉय’?
अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान ‘बिपारजॉय’ (Cyclonic storm Biparjoy) जल्द ही देश के तटीय इलाकों से टकरा सकता है. आईएमडी ने बुधवार को कहा था कि अगले 24 घंटों में चक्रवात अपनी तीव्रता को बनाए रखते हुए उत्तर दिशा की ओर बढ़ सकता है. भारत में यह तूफान केरल, कर्नाटक, लक्षद्वीप, कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र के तट से टकराएगा. भारत के इन तटीय इलाकों में 8 से 10 जून के बीच समुंद्र में उंची लहरें उठ सकती हैं. इसको लेकर सभी इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और मछुआरों को समुंद्र तट के किनारें न जाने को कहा गया है. आईएमडी ने बताया है कि संभावना है कि हवा की गति 135-145 किमी प्रति घंटे की रह सकती है और अगले तीन से चार दिनों में यह 160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने लगेगी.