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IMF ने घटाया भारत का ग्रोथ रेट अनुमान, 12 .5 से 9.5 फीसदी किया, कहा-कोरोना की वजह से रिकवरी का भरोसा टूटा

कोरोना की दूसरी लहर की वजह से इकोनॉमी में रिकवरी की धीमी गति की वजह से आर्थिक विकास दर की रफ्तार का अनुमान घटाया गया है. इससे पहले अप्रैल में आईएमएफ ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 12.5 फीसदी जीडीपी (GDP) ग्रोथ का अनुमान लगाया था.

कोरोना की दूसरी लहर की वजह से इकोनॉमी में रिकवरी की धीमी गति की वजह से आर्थिक विकास दर की रफ्तार का अनुमान घटाया गया है. इससे पहले अप्रैल में आईएमएफ ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 12.5 फीसदी जीडीपी (GDP) ग्रोथ का अनुमान लगाया था.

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Inclusive growth is sustainable growth, as many large companies will recognise, if they are nudged towards that conclusion.

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IMF cuts India GDP growth rate : इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) ने अपने ताजा आकलन में मौजूदा वित्त वर्ष ( 2020-210) के लिए भारत का ग्रोथ रेट अनुमान घटा कर 9.5 फीसदी कर दिया है. कोरोना की दूसरी लहर की वजह से इकोनॉमी में रिकवरी की धीमी गति की वजह से आर्थिक विकास दर की रफ्तार का अनुमान घटाया गया है. इससे पहले अप्रैल में आईएमएफ ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए 12.5 फीसदी जीडीपी (GDP) ग्रोथ का अनुमान लगाया था. हालांकि तब देश में कोरोना की दूसरी लहर नहीं आई थी.

कोरोना की दूसरी लहर से रिकवरी की उम्मीदों पर चोट

आईएमएफ ने अपने ताजा वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक (EWO) में कहा है कि मार्च से लेकर मई तक भारत में कोरोना की दूसरी लहर ने जो भयावहता दिखाई, उससे इसकी ग्रोथ की संभावना घट गई. इससे इकोनॉमी में रिकवरी का भरोसा टूट गया. इस वजह से ग्रोथ रेट में गिरावट का यह अनुमान जाहिर करना पड़ा. आईएमएफ का कहना है कि भारत की इकोनॉमी गिरावट से उबर रही है. वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान ग्रोथ रेट गिर कर 7.3 फीसदी पर पहुंच गया था. इसके बाद कोविड की दूसरी लहर की भयावहता ने इसे और धीमा कर दिया.

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कई ग्लोबल एजेंसियों ने घटाया भारत का ग्रोथ रेट अनुमान

आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 8.5 फीसदी के ग्रोथ रेट का अनुमान लगाया है. इसके पहले इसने इसी वित्त वर्ष के लिए 6.9 फीसदी के ग्रोथ रेट का अनुमान लगाया था. आईएमएफ से  पहले भी कई एजेंसियों ने मौजूदा वित्त वर्ष के दौरान भारत के ग्रोथ रेट अनुमान में कटौती की है. पिछले महीने S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए ग्रोथ रेट अनुमान घटा कर 9.5 फीसदीकर दिया था. वित्त वर्ष 2022-23 के लिए उसने 7.8 फीसदी का ग्रोथ रेट अनुमान लगाया  है. वर्ल्ड बैंक ने वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भारत का ग्रोथ रेट अनुमान घटा कर 8.3 फीसदी कर दिया है वहीं एडीबी (ADB) ने ग्रोथ रेट अनुमान घटा कर 10 फीसदी कर दिया था. इससे पहले इसने कहा था कि भारत 11 फीसदी की दर से ग्रोथ कर सकता है.

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